नागपुर/दि.19- न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री ने अपने शिशु को लेकर वहां की संसद का सत्र अटेंड किया था. तब दिुनयाभर में वाहवाही हुई थी. ऐसे ही अब महाराष्ट्र में विधानमंडल के शीतसत्र हेतु अपने ढाई माह के बेटे को लेकर सरोज अहिरे पधारी हैं. उनके आने से अनेक सहयोगी सदस्यों को थोडा अचरज हुआ. अहिरे ने कहा कि, वे विधायक है और अब मां भी. दोनों कर्तव्य निभाना उनकी जवाबदारी हैं. अहिरे ने स्पष्ट कर दिया कि वे बेटे को लेकर सदन में नहीं जाएंगी. उसे पार्टी कार्यालय में किसी की देखरेख में छोडकर सदन में उपस्थित रहेंगी. बच्चे को सदन में नहीं ले जा सकती, वैसा करना उचित भी नहीं होगा.
* राकांपा की विधायक
अहिरे नाशिक जिले के देवलाली से राकांपा विधायक हैं. उन्होंने कहा कि बच्चे की पूर्ण चिंता हैं. किंतु एक विधायक के रुप में अपने मतदाताओं के साथ भी न्याय होना चाहिए, अत: वे सत्र में उपस्थित हुई हैं. उन्होंने विधानभवन परिसर में फिडिंग रुम अथवा हीरकणी कक्ष की अपेक्षा मीडिया से बातचीत में व्यक्त की.
* नमिता मुंधडा ने भी की मांग
सरोज अहिरे के साथ भाजपा की नमिता मुंधडा ने भी विधानमंडल परिसर में हीरकणी कक्ष की मांग की तरफ सरकार का ध्यान आकृष्ट किया. उसी प्रकार झूले की व्यवस्था की भी अपेक्षा व्यक्त की. अहिरे ने कहा कि, बच्चे को कोई राजकीय पाठ नहीं पढाना हैं. अपने क्षेत्र के कुछ मुद्दे है वह सदन में रखने का अवसर सत्र में मिलता है. वह मौका वे नहीं गवाना चाहती थी. शिशु ढाई माह का हो गया है, उसे छोडकर आना भी संभव नहीं था. अहिरे ने कहा कि वातावरण कैसा भी हो, ठाकरे सरकार हो या शिंदे. उन्हें अपने देवलाली के लोगों का काम करना हैं. उनकी समस्याएं दूर करनी हैं. महाराष्ट्र में कदाचित पहला अवसर है कि एक महिला विधायक अपने शिशु को लेकर सत्र अटेंड कर रही हैं.