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अपमानित होने की बजाय पद से इस्तीफा दें खडगे

कांग्रेस से ही उठी मांग, आशिष देशमुख ने उठाया मुद्दा

नागपुर/दि.5 – राकांपा सुप्रीमो शरद पवार द्बारा इस्तीफा दिए जाने की घोषणा के बाद राकांपा के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी के शिर्ष नेतृत्व को लेकर तुलनात्मक चर्चा चल पडी है. जिसमें कहा जा रहा है कि, यद्यपि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लीकार्जुन खडगे है, लेकिन सभी महत्वपूर्ण निर्णय राहुल गांधी ही लेते है. शिवसेना उबाठा के नेता संजय राउत द्बारा इस संदर्भ में किए गए दावे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक आशीष देशमुख ने कहा कि, अध्यक्ष पद पर रहने के बावजूद बार-बार अपमानित होने की बजाय मल्लीकार्जुन खडगे ने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
इस संदर्भ में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व विधायक डॉ. आशिष देशमुख ने कहा कि, खडगे को राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए करीब 6 माह हो चुके है. लेकिन अब तक एआईसीसी में जनरल सेक्रेटरी व अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति नहीं हो पायी. इसके साथ ही सीडब्ल्यूसी के लिए रायपुर में प्लेनरी सेशन होकर भी ढाई माह का समय बीत चुका है. लेकिन आगे कुछ नहीं हुआ. ऐसे में यह सवाल तो उठेगा ही कि, क्या राहुल गांधी की वजह से पदाधिकारियों का चयन व नियुक्ति नहीं हो पा रहे. पूर्व विधायक आशिष देशमुख ने यह भी कहा कि, वर्ष 2019 में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था. पश्चात सोनिया गांधी ने अंतरीम अध्यक्ष के तौर पर पार्टी का काम संभाला था. उस कालावधि के दौरान भी एक भी दिन एआईसीसी के कार्यालय में आए बिना राहुल गांधी ही कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर पर निर्णय लिया करते थे. यह बात कांग्रेस से जुडा हुआ हर जवाबदार व्यक्ति जानता है. ऐसे में जिस तरह राकांपा सुप्रीमो शरद पवार ने समय रहते एक शानदार कदम उठाया है. उसी तरह अगर लगातार अपमान हो रहा है, तो मल्लीकार्जुन खडगे ने भी अपनी ढलती उम्र को देखते हुए पदमुक्त हो जाना चाहिए, ताकि किसी युवा व्यक्ति को कांग्रेस का अध्यक्ष बनने का मौका मिले. पूर्व विधायक देशमुख के मुताबिक यदि शशि थरुर जैसे युवा नेता को पार्टी ने मौका दिया होता, तो शायद कांग्रेस आज अच्छी स्थिति में रही होगी.

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