शहर में इंटरनेट शुरू, सीपी ने कहा ‘सावधान रहो’
ग्रुप में ‘ओनली एडमिन’ करने का आवाहन
-
शरारत हुई तो तुरंत कार्रवाई करेगी पुलिस
अमरावती/दि.19 – करीब एक सप्ताह की नेट बंदी के बाद अंतत: आज शुक्रवार 19 नवंबर की दोपहर 3 बजे अमरावती शहर में एक बार फिर इंटरनेट की सेवा बहाल कर दी गई. इसके साथ ही शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह द्वारा शहर में रहनेवाले सभी समुदायों के लोगों से सोशल मीडिया का संभलकर प्रयोग करने और बेसिरपैर की अफवाहों पर भरोसा ना करते हुए सतर्क व सावधान रहने का आवाहन किया गया है.
बता दें कि, पूर्वोत्तर में बसे त्रिपुरा राज्य से संबंधित एक तथाकथित घटना को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाई गई भडकाउ पोस्ट और फोटो वीडियो के चलते समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाएं आहत हुई थही. जिसके बाद बीते शुक्रवार 12 नवंबर को अमरावती शहर में समुदाय विशेष द्वारा रजा अकादमी के आवाहन पर एक मोर्चा निकाला गया था और इस मोर्चे के दौरान कॉटन मार्केट रोड व वसंत टॉकीज परिसर में कुछ प्रतिष्ठानों में तोडफोड व लूटपाट की घटनाएं हुई थी. जिसका निषेध करने हेतु दूसरे दिन शनिवार 13 नवंबर को भाजपा सहित कई हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा अमरावती बंद का आवाहन किया गया था. जिसमें बडे पैमाने पर हिंसा, आगजनी व तोडफोड की वारदातें हुई. इसे लेकर सोशल मीडिया पर जमकर फोटो व वीडियो शेयर किये जा रहे थे. साथ ही अफवाहों का बाजार भी बेहद गर्म था. ऐसे में हालात पर काबू पाने और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए शहर पुलिस द्वारा शनिवार की दोपहर 3 बजे से अमरावती शहर में कर्फ्यू लागू करने के साथ-साथ नेटबंदी भी लागू कर दी गई. जिसके तहत पूरे शहर की इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया. किंतु इसका खामियाजा उन लोगों को भुगतना पडा कि, अपनी पढाई-लिखाई, कामकाज और आर्थिक लेन-देन के लिए पूरी तरह से इंटरनेट पर निर्भर रहा करते है. सोशल मीडिया पर भडकाउ पोस्ट और अफवाहों को रोकने के लिए लागू की गई नेट बंदी की वजह से तमाम वेबसाईट पर भी काम करना और उन वेबसाईट पर पहुंचना असंभव हो गया. पुलिस द्वारा पहले ही नेट बंदी बुधवार 16 नवंबर की दोपहर 3 बजे तक लागू की गई थी. किंतु बाद में हालात की समीक्षा करते हुए इसे शुक्रवार 19 नवंबर तक के लिए लागू किया गया था. इस दौरान शहर में रहनेवाले विद्यार्थियों और ऑनलाईन कामकाजवाले कामकाजी लोगों को काफी परेशानियों व दिक्कतों का सामना करना पडा. ऐसे में कई लोगबाग पूरा दिन अमरावती शहर की सीमा को पार कर आसपास स्थित महामार्गों व खेतों में जाकर बैठ जाया करते थे, ताकि उनके मोबाईल व लैपटॉप इंटरनेट रेंज में आ सके. बता दें कि यह नेट बंदी केवल अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में ही लागू की गई थी और शहर की सीमा को पार करते ही शहर से करीब 10-12 किमी दूर इंटरनेट की सेवा जारी थी. ऐसे में लोगबाग नेटवर्क व रेंज की तलाश में पूरा दिन शहर से बाहर बिता रहे थे, ताकि उनका उनका ऑनलाईन कामकाज चलता रहे. ऐसे में शहर के आसपास के इलाके एक तरह से अघोषित इंटरनेट झोन बन गये थे. जहां पर युवाओं का सबसे अधिक हुजूम देखा जा रहा था.
वहीं करीब एक हफ्ते के बाद हालात की समीक्षा करते हुए शहर पुलिस द्वारा आज दोपहर 3 बजे से इंटरनेट पर लगाई गई पाबंदी को हटा दिया गया है और सभी के मोबाईल पर वॉटसऍप व फेसबुक जैसी सोशल मीडिया साईटस् के नोटिफिकेशन मिलने शुरू हो गये है. साथ ही साथ अब मोबाईल व लैपटॉप के जरिये विभिन्न वेबसाईटस् पर जाकर काम करना शुरू हो गया है. इसके साथ ही शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह द्वारा सभी शहरवासियों से आवाहन किया गया है कि, वे विगत सप्ताह घटित हुई घटनाओं को सबक के तौर पर ले तथा जिम्मेदार नागरिक होने के नाते सोशल मीडिया साईटस् का प्रयोग बेहद संभालकर करे. साथ ही किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करनेवाले अथवा जातिय तनाव को बढावा देनेवाले फोटो, वीडियो व पोस्ट शेयर न करे. सीपी डॉ. आरती सिंह ने सभी शहरवासियों से संयम बनाये रखने और हालात को पूरी तरह से शांत व सामान्य करने हेतु पुलिस व प्रशासन के साथ सहयोग करने का आवाहन भी किया है.