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रविनगर में पकडा गया आयपीएल सट्टा

  •  शहर में रवि नगर है आयपीएल सट्टे का सबसे बडा अड्डा

  •  परिसर में और भी चार-पांच स्थानों पर चल रहा सट्टा

  • राजापेठ पुलिस केवल एक जगह पर कार्रवाई करने में सफल

  •  संदीप भोयरकर व धीरज भगत नामक दो आरोपी गिरफ्तार

  •  भोयरकर के घर पर ही चल रहा था आयपीएल का ऑनलाईन सट्टा

  •  डेढ लाख नकद सहित टीवी व तीन मोबाईल जप्त

  •  आरोपियों ने पूछताछ में बताये कई फंटरों के नाम

  •  बडा रैकेट उजागर होने की पूरी संभावना

अमरावती/प्रतिनिधि दि.17 – इन दिनों आयपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट की जबर्दस्त धूम चल रही है और क्रिकेट प्रेमियों में इस टूर्नामेंट को लेकर दिवानगी का आलम है. वहीं दूसरी ओर हर बार की तरह इस बार भी आयपीएल क्रिकेट पर सट्टा खेलनेवाले लोग भी सक्रिय हो गये है और शहर सहित जिले एवं आसपास के क्षेत्रों में बडे पैमाने पर आयपीएल सट्टा खेला जा रहा है. इसमें भी अमरावती शहर का रविनगर परिसर आयपीएल सट्टे का मुख्य केंद्र बना हुआ है. जहां कभी चार से पांच स्थानों पर आयपीएल सट्टा चल रहा है, इसमें से एक सट्टा अड्डे पर छापा मारकर दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में राजापेठ पुलिस को सफलता हाथ लगी है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक रविनगर परिसर में हनुमान मंदिर के पास स्थित पानी की टंकी के निकट रहनेवाले संदीप विनायक भोयरकर (45) के घर पर आयपीएल सट्टा जारी रहने की बात राजापेठ पुलिस को अपने एक मुखबीर के जरिये पता चली. जिसके बाद पुलिस ने वहां छापा मारकर संदीप भोयरकर को गिरफ्तार किया. साथ ही उसके द्वारा की जा रही वॉटसऍप चैट के जरिये विलास नगर निवासी धीरज सुरेश भगत (35) को भी पकडा गया. पुलिस ने इन दोनों आरोपियों के पास से 1 लाख 57 हजार रूपये की नकद राशि सहित तीन मोबाईल और एक टीवी भी बरामद किया. शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह तथा पुलिस उपायुक्त शशीकांत सातव के मार्गदर्शन तथा राजापेठ पुलिस स्टेशन थानेदार मनीष ठाकरे के मार्गदर्शन में की गई इस कार्रवाई में पकडे गये दोनों आरोपियों ने अपने कई फंटरों व साथीदारों के नाम पुलिस को बताये है. ऐसे में अब पुलिस द्वारा आयपीएल सट्टे के बडे रैकेट को पकडा जा सकता है.
बता दें कि, विदर्भ क्षेत्र को आयपीएल सट्टे का सबसे बडा गढ माना जाता है और यहां पर इस सट्टे के तहत करोडों-अरबों रूपयों के वारे-न्यारे होते है. इस बार आयपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट का सीझन 9 अप्रैल से शुरू हुआ और इससे पहले ही शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने शहर के चार बडे बुकियों को अपने कैबिन में बुलाकर कडी फटकार लगायी थी और कुछ बुकियों पर तो बाकायदा डंडे भी बरसाये गये थे. साथ ही स्पष्ट चेतावनी दी गई थी कि, अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में कहीं पर भी आयपीएल सट्टा नहीं चलना चाहिए. वहीं उधर नागपुर में भी वहां के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने भी नागपुर के कई बुकियों को कडी समझ दी थी. जिस कारण नागपुर के बडे बुकियों ने आयपीएल का यह सट्टा बंद कर दिया. वहीं अमरावती की पुलिस आयुक्त आरती सिंह की फटकार के बाद अमरावती शहर के 10 से 15 बुकी 9 तारीख को ही शहर छोडकर चले गये थे. जिसके बाद बडे बुकियों द्वारा धंधा बंद कर देने से अमरावती के फंटरों ने अपने-अपने स्तर पर यह धंधा शुरू कर दिया था. इस समय अमरावती शहर के कई इलाकों में होटलों के रूम व फ्लैट बुक है, जहां से आयपीएल के फंटर पूरा काम कर रहे है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, बीते कुछ समय से आयपीएल सट्टे का पूरा चेहरा मोहरा ही बदल गया है. पहले यह धंधा मोबाईल पर चलता था. लेकिन अब आयडी कोड दिया जाता है, जिसके तहत फंटर द्वारा आयपीएल का सट्टा खेलनेवाले सटोरियों को 1 लाख से 10 लाख या उससे अधिक राशि का सट्टा खेलने हेतु कोड दे दिया जाता है. साथ ही इस बात का भी पूरा खयाल रखा जाता है कि, कोई भी फंटर या सटोरिया पुलिस के हाथ नहीं लगना चाहिए, इसलिए सटोरियों व फंटरों द्वारा शहर के सुनसान इलाकों में फ्लैट किराये पर लिये जाते है, जहां से फंटर अपना काम करते है. जानकारी के मुताबिक इस समय अमरावती और नागपुर में आयपीएल के बडे बुकियों ने तो धंधा बंद कर दिया है लेकिन यवतमाल शहर सहित यवतमाल जिले के नेर, अमरावती जिले के चांदूर रेल्वे तथा अकोला जिले में कई ठिकानों पर नये बुकी काम कर रहे है.
सूत्रों से यह भी पता चला है कि सीपी डॉ. आरती सिंह से कडी फटकार मिलने के बाद 9 अप्रैल से पहले शहर के दो बुकी शहर छोडकर चले गये थे, जो 15 अप्रैल को शहर में वापिस लौट आये है और उन्होंने यहां पर अपना धंधा शुरू किया है. लेकिन शहर पुलिस भी पहले से ही काफी सतर्क है और शहर में आयपीएल सट्टा शुरू होते ही पुलिस ने एक अड्डे पर छापा मारकर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं अब सट्टा व्यवसाय से जुडे अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है.

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