मोक्षधाम में तीसरी गैस शवदाहिनी आना मुश्किल!
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हिंदू श्मशान भूमि संस्था कर रही पैसे जुटाने की जद्दोजहद
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मनपा ने 50 लाख का वादा करने के बावजूद दाहिनी हेतु रकम देने से किया इन्कार
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समाजसेवियों से सहयोग लेकर जुटायी जायेगी रकम
अमरावती/प्रतिनिधि दि.20 – कोविड संक्रमण काल के दौरान स्थानीय हिंदू श्मशान भूमि संस्था द्वारा संचालित हिंदू मोक्षधाम की भी बेहद महत्वपूर्ण भूमिका रही. इस संक्रमण की वजह से मौत का शिकार हुए अधिकांश मरीजों के मृतदेहों का अंतिम संस्कार हिंदू मोक्षधाम में ही किया गया. जिसके लिए यहां पर स्थापित दो गैस शवदाहिनियों को पूरा समय उपलब्ध कराया गया था. किंतु एक समय ऐसा भी आया, जब दोनों गैस शवदाहिनियां भी अंतिम संस्कार हेतु कम पडने लगी. ऐसे में कोविड संक्रमित मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार लकडियों की चिताओं पर ही किया गया और नौबत यहां तक आ गयी कि, लकडियों की चिताओं पर अंतिम संस्कार करने हेतु श्मशान भूमि में चबुतरे और जगह भी कम पडने लगी. ऐसे में यहां पर स्थानीय प्रशासन के सहयोग से गैस शवदाहिनी की तीसरी मशीन लगाने का प्रयास शुरू किया गया. किंतु स्थानीय मनपा प्रशासन द्वारा वादा करने के बावजूद इस काम से अपने हाथ पीछे खींच लिये जाने की वजह से तीसरी गैस शवदाहिनी खटाई में पडती नजर में आ रही है.
बता दें कि, गैस शवदाहिनी संयंत्र की कीमत करीब 38 लाख रूपयों के आसपास है तथा इसे स्थापित करने में 3 से 4 लाख रूपये का अतिरिक्त खर्च आता है. जिस समय अमरावती शहर के कोविड अस्पतालों में बडे पैमाने पर कोविड संक्रमित मरीजों की मौतें हो रही थी और हिंदू मोक्षधाम पर काम का बोझ जबर्दस्त तरीके से बढा हुआ था, तब स्थानीय मनपा प्रशासन और मनपा पदाधिकारियों ने हिंदू मोक्षधाम का दौरा करते हुए वहां पर मुलभूत सुविधाओं के साथ ही गैस शवदाहिनी के तीसरे संयंत्र हेतु 50 लाख रूपये की सहायता देने का आश्वासन हिंदू श्मशान भूमि संस्था के अध्यक्ष एड. आर. बी. अटल को दिया था. जिस पर भरोसा करते हुए एड. अटल ने संस्था के पास उपलब्ध जमापूंजी में से ठाणे स्थित कंपनी को तीसरी गैस शवदाहिनी मशीन के लिए 10 लाख रूपये का अग्रिम भुगतान कर दिया था. साथ ही कंपनी के तकनीकी विशेषज्ञों ने अमरावती आकर हिंदू मोक्षधाम में तीसरी गैस शवदाहिनी लगाने हेतु जगह का मुआयना भी किया था. किंतु बाद में अमरावती मनपा प्रशासन गैस शवदाहिनी के लिए सहायता राशि देने के अपने वादे से यह कहते हुए मुकर गया कि, मनपा द्वारा दी जानेवाली राशि से हिंदू मोक्षधाम में मुलभूत सुविधाओं का विकास किया जा सकता है. किंतु इस रकम से गैस शवदाहिनी प्रकल्प स्थापित नहीं किया जा सकता. साथ ही मनपा प्रशासन की ओर से यह भी कहा गया कि, यदि हिंदू श्मशान संस्था चाहे, तो अपने खर्च पर या किसी अन्यों से सहयोग लेकर यहां तीसरी गैस शवदाहीनी स्थापित कर सकती है.
मनपा प्रशासन की इस भुमिका के बाद मोक्षधाम के कर्ताधर्ता एड. आर. बी. अटल एक बार फिर शहर सहित जिले के सहृदय समाजसेवियों के समक्ष सहायता प्राप्त करने हेतु पहुंचे. साथ ही उन्होंने इस कार्य हेतु जिलाधीश शैलेश नवाल से भी मदद मांगी है.
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मनपा ने नहीं दिया पैसा, दानदाता मदद करें
इस संदर्भ में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए हिंदू श्मशान भूमि संस्था के अध्यक्ष एड. आर. बी. अटल ने कहा कि, हिंदू मोक्षधाम द्वारा स्थानीय प्रशासन के कहने पर कोविड संक्रमित मरीजों के अंतिम संस्कार हेतु अपने पूरे संसाधन झोंककर अपनी जिम्मेदारियों को निभाया गया. हमसे स्थानीय मनपा प्रशासन द्वारा से काफी बडे-बडे वादे किये गये थे. हमने अंतिम संस्कार में आ रही दिक्कतों को देखते हुए मनपा प्रशासन से मोक्षधाम में तीसरी गैस शवदाहिनी स्थापित करने हेतु सहायता मांगी थी, तब हमें इस कार्य के लिए 50 लाख रूपये की सहायता राशि देने का वादा भी किया गया था. किंतु फिलहाल तक मनपा द्वारा कोई पैसा नहीं दिया गया है. इसी बीच हमने अपने पास उपलब्ध जमापूंजी से तीसरी मशीन के लिए 10 लाख रूपयों का अग्रिम भुगतान करते हुए मशीन बुक कर ली थी. ऐसे में अब हमारी सभी समाजसेवियों व दानदाताओं से अपील है कि, वे तीसरी गैस शवदाहिनी खरीदने व स्थापित करने हेतु हिंदू मोक्षधाम की सहायता करें.