* मित्रों ने समय पर बदला प्लान, वें भी बच गए
बुलढाणा/दि.1– नागपुर के आयुष घाडगे के साथ चमत्कार हो गया. भीषण हादसे में आयुष घाडगे बाल-बाल बच गया. उसके मित्रों ने समय पर प्लान बदल दिया. वे दूसरी निजी बस से आ रहे थे. संयोगवश उनकी बस आयुष की बस से बिल्कुल पीछे थी. आयुष बस से कूदा और अपने मित्रों से फोन पर बात की.
नागपुर की बुटीबोरी से आयुष पुणे के लिए जा रहा था. उसके तीन मित्र भी जानेवाले थे. अचानक उन्होेंने प्लान बदला. वें तीनो वणी से दूसरी बस में सवार हुए. जिससे विदर्भ ट्रैवल की बस में आयुष अकेला चला. वह सबसे पीछे 30 नंबर की सीट पर बैठा था. आयुष ने बताया कि, रात को भोजन के बाद बस आगे बढी. डेढ बजे के करीब जोरदार आवाज आई. उसके उपर दो-तीन लोग आ गिरे. वह जाग गया. उन्होंने कांच तोडी. बस से कूदा. मित्रों की बस पीछे आ रही है, यह मुझे पता था. हम मोबाइल से संपर्क में थे. हादसे के 20 मिनट बाद मित्रों की बस आई. हमारी जान बाल-बाल बच गई. आयुष के चेहरे पर रात के रोंगटे खडे कर देने वाले दृश्य की घबराहट थी. आयुष ने बताया कि पीछे की सीट होने से बस से निकलना आसान नहीं था. किसी तरह वह कांच तोडकर कूदा. उसके मित्रों ने उसे गले लगा लिया.