अमरावती मंडल द्बारा पंछियों हेतु जलपात्र वितरण शुरु
अब तक 800 से अधिक पक्षी प्रेमियों ने प्राप्त किया नि:शुल्क जलपात्र
* मंडल कार्यालय में जलपात्र प्राप्त करने उमड रही नागरिकों की भीड
अमरावती /दि.23- पश्चिम विदर्भ क्षेत्र के अग्रणी हिंदी दैनिक अमरावती मंडल द्बारा अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों के तहत प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी गर्मी के मौसम में पंछियों को होने वाली परेशानियों के मद्देनजर जलपात्रों का नि:शुल्क वितरण करना शुुरु किया गया. इसे लेकर फेसबुक व वॉट्सएप जैसी सोशल मीडिया साइट्स के जरिए संदेश प्रसारित किए जाते ही दैनिक अमरावती मंडल के खापर्डे बगीचा स्थित मुख्य कार्यालय में जलपात्र प्राप्त करने हेतु पक्षी प्रेमी नागरिकों की अच्छी खासी भीड उमडनी शुरु हो गई है. जिसके चलते जलपात्र वितरण का काम शुरु करते ही महज 6 दिन के भीतर 800 से अधिक जलपात्र वितरीत किए जा चुके है.
उल्लेखनीय है कि, गर्मी के मौसम दौरान छोटे-छोटे पंछियों का प्यार के मारे बहुत बुरा हाल हो जाता है और वे प्यास से बेहाल होकर 2 बुंद पानी के लिए इधर से उधर उडान भरते है. ऐसे में यदि घर की मुंडेरो व छतों पर पानी से भरे जलपात्रों को रखा जाए, तो कडी धूप में पानी की तलाश हेतु भटकने वाले निरीह पंछियों के लिए सुविधा होने के साथ ही कुछ आसानी भी होगी. इस बात के मद्देनजर 3 वर्ष पहले दैनिक अमरावती मंडल ने जलपात्र वितरण अभियान शुरु किया था. जिसे पहले ही वर्ष में अच्छा खासा प्रतिसाद भी मिला था. जिसे इस अभियान को आगे भी जारी रखने की प्रेरणा अमरावती मंडल प्रबंधन को मिली और यह अभियान लगातार तीसरे वर्ष भी चलाए जाने का फैसला किया गया. जिसके तहत विगत सप्ताह ही दैनिक अमरावती मंडल के कार्यालय में नि:शुल्क वितरण हेतु करीब 2 हजार जलपात्र उपलब्ध कराए गए और इस अभियान को शुरु करने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया साइड्स पर संदेश प्रसारित किए गए. जिसे स्थानीय नागरिकों की ओर से हर वर्ष की तरह उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला और अगले ही दिन से लोगबाग पंछियों के लिए पानी रखने हेतु मिट्टी से बने जलपात्र प्राप्त करने के लिए अमरावती मंडल के कार्यालय पहुंचने लगे. जिनमें समाज के सभी घटकों एवं आयु वर्ग वाले महिला व पुरुषों का समावेश रहा.
* मजबूत रहने के साथ ही बहुपयोगी है जलपात्र
विशेष उल्लेखनीय है कि, दैनिक अमरावती मंडल द्बारा प्रतिवर्ष ही बेहद अच्छी गुणवत्ता वाले एवं मजबूत जलपात्र नि:शुल्क उपलब्ध कराए जातेे है, जिनके साथ बेहद मजबूत रस्सी भी फंदे की तरह जुडी रहती है. ऐसे मेें इस जलपात्र को पानी भरकर छत पर रखने के साथ ही घर की मुंडेर से लटकाया भी जा सकता है. लोगबाग अपने घर अथवा मुंडेर पर छांव वाली जगह जलपात्र को रख सके अथवा लटका सके. इस बात को ध्यान में रखते हुए इन जलपात्रों का विशेष तौर पर निर्माण कराया गया है. ताकि इन जलपात्रों में रखा ठंडा पानी पीकर गर्मी के मौसम में प्यास की वजह से बेहाल रखने वाले निरीह पंछियों को थोडी राहत मिले.