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राष्ट्रसंत को भारतरत्न दिलाने आज से जन आंदोलन अभियान शुरू

25 अक्तूबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर होगा अन्नत्याग सत्याग्रह

  • पत्रवार्ता में डॉ. मनीष गवई ने दी जानकारी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.19 – देश की आजादी के लिए अपने गीतों के जरिये क्रांति की अलख जगानेवाले राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज ने अंधश्रध्दा व जाती भेद निर्मूलन के लिए अपने भजनों व कीर्तनों का प्रभावी प्रयोग किया. साथ ही ग्रामगीता के जरिये आत्मसंयम का विचार भी समाज के समक्ष रखा. ग्राम प्रबोधन के क्षेत्र में उनके द्वारा किये गये कार्यों तथा उन कार्यों का समाज व्यवस्था पर हुए परिणाम को देखते हुए उन्हें राष्ट्रसंत की उपाधि प्राप्त हुई. किंतु लंबे समय तक मांग किये जाने के बावजूद आज तक राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के नाम का देश के सर्वोच्च नागरिक अलंकरण भारतरत्न के लिए विचार नहीं किया गया. यह अपने आप में एक शोकांतिका है. ऐसे में राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज को भारतरत्न सम्मान दिलाने हेतु आज से अमरावती से एक जन आंदोलन अभियान की शुरूआत की जा रही है तथा आगामी 25 अक्तूबर को राजधानी नई दिल्ली स्थित जंतरमंतर पर अन्नत्याग सत्याग्रह किया जायेगा. इस आशय की जानकारी यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में डॉ. मनीष गवई द्वारा दी गई.
जिला मराठी पत्रकार संघ के मराठी पत्रकार भवन में बुलाई गई एक पत्रकार परिषद में डॉ. मनीष गवई ने कहा कि, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के पुण्यतिथि अवसर से शुरू किये जा रहे इस अभियान के साथ सभी लोगों को जुडने का आवाहन किया जा रहा है. अत: हर एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया का उपयोग करते हुए ई-मेल व ट्विटर के जरिये देश के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को लिखीत संदेश भेजे जाने चाहिए. इसके साथ ही इस पत्रवार्ता में यह भी मांग उठाई गई कि, संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ में राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज विचारधारा अध्ययन केंद्र शुरू किया जाये. पावर हाउस चौक में राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज का भव्य पुतला स्थापित किया जाये. इस पुतले को स्थापित करने हेतु तत्कालीन जिलाधीश, पुलिस आयुक्त व मनपा आयुक्त के बीच संयुक्त रूप से सकारात्मक चर्चा की गई थी. जिसमें पुतला स्थापित करने का निर्णय भी लिया गया था. किंतु अब तक पुतला स्थापित करने को लेकर कोई कदम प्रशासन द्वारा नहीं उठाया गया है. जबकि खुद केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने मुख्यमंत्री सहित जिला पालकमंत्री को इस संदर्भ में पत्र लिखा है. साथ ही सीनेट सदस्य डॉ. मनीष गवई द्वारा भी इसे लेकर मुख्यमंत्री व पालकमंत्री से प्रत्यक्ष मुलाकात करते हुए इस विषय को तत्काल हल करने का निवेदन किया गया है. ऐसे में यदि राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज पुण्यतिथि सप्ताह के दौरान इन सभी मांगों को तत्काल पूर्ण नहीं किया जाता है, तो इसके लिए देशव्यापी आंदोलन भी छेडा जायेगा.
इस पत्रवार्ता में कहा गया कि, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के विचारों की जरूरत समाज और युवा पीढी के लिए हमेशा ही प्रासंगिक रहेगी और राष्ट्रसंत के विचार अपने आप में सामाजिक चेतना का स्त्रोत है. अत: नई पीढी तक राष्ट्रसंत के विचार पहुंचाने हेतु तमाम आवश्यक कदम उठाये जाने बेहद जरूरी है. पत्रकार परिषद में प्रा. दिनेश सूर्यवंशी, मनोज भिष्णुरकर, श्रीधर डहाके, डॉ. सतीश तराल, विजय माथने, सचिन वानखडे, प्रकाश बोके, आशिष भाकरे, अमर वानखडे, निखिल कलंबे, नरेंद्र गुलदेवकर व गौतम वानखडे आदि उपस्थित थे.

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