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जयसिंह राठोड को ईडी का समन्स

7 सितंबर को हाजिर रहना है ईडी के सामने

  •  जिला बैंक के सीईओ थे राठोड

  •  कमीशन घोटाला मामले में हुए थे नामजद

  •  अब जिला बैंक मामले में ईडी की कायदे से हुई है एंट्री

अमरावती/प्रतिनिधि दि.31 – स्थानीय दि. अमरावती जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक द्वारा म्युच्युअल फंड में किये गये 700 करोड रूपयों की निवेश के ऐवज में अदा हुए 3.39 करोड रूपयों के कमीशन के मामले की जांच अब अधिकृत तौर पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी द्वारा शुरू कर दी गई है. विगत दिनों ईडी ने इस मामले का खुद संज्ञान लेते हुए अमरावती के तत्कालीन जिला उपनिबंधक व बैंक के तत्कालीन प्रशासक संदीप जाधव को मुंबई तलब करते हुए इस घोटाले से संबंधित तमाम दस्तावेज व वर्ष 2015 से बैंक की ऑडिट रिपोर्ट मांगी थी. जिसके बाद अब बैंक के तत्कालीन सीईओ जयसिंह चिमनाजी राठोड के नाम ईडी द्वारा समन्स जारी किया गया है. जिसमें उन्हें आगामी 7 सितंबर को सुबह 11 बजे ईडी के मुंबई स्थित कार्यालय में हाजिर होने हेतु कहा गया है.
बता दें कि, जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक द्वारा अलग-अलग समय पर अपने पास अतिरिक्त रहनेवाली करीब 700 करोड रूपयों की राशि को लाभ कमाने के उद्देश्य से म्युच्युअल फंड में निवेश किया गया था. नियमानुसार यह निवेश खुद बैंक द्वारा सीधे म्युच्युअल फंड कंपनी में किया जाना था और इसमें किसी भी पक्ष द्वारा किसी को कोई कमीशन नहीं दिया जाना था. किंतु बैंक के तत्कालीन सीईओ जयसिंह राठोड व कुछ कर्मचारियों द्वारा निपॉन इंडिया नामक म्युच्युअल फंड कंपनी के स्थानीय प्रबंधक अजीतपालसिंह मोंगा व कुछ म्युच्युअल फंड ब्रोकर्स के साथ मिलीभगत करते हुए इस रकम को म्युच्युअल फंड कंपनी में निवेश किया गया था. जिसकी ऐवज में म्युच्युअल फंड कंपनी द्वारा 3.39 करोड रूपयों का कमीशन यानी ब्रोकरेज अदा किया गया था. जबकि इस राशि का लाभ बैंक को मिलना चाहिए था. ऐसे में इसे कमीशन घोटाला माना गया और यह मामला तब उजागर हुआ, जब बैंक का चुनाव कराने हेतु संचालक मंडल को प्रभावहीन करते हुए यहां पर प्रशासक की नियुक्ति की गई तथा प्रशासक के तौर पर नियुक्त उपनिबंधक संदीप जाधव ने अपने स्तर पर पूरे मामले की जांच करते हुए इसकी शिकायत सिटी कोतवाली थाना पुलिस में दर्ज करायी. जिसके बाद सिटी कोतवाली थाना पुलिस द्वारा बैंक के तत्कालीन सीईओ जयसिंह राठोड सहित कुल 11 लोगोें के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को सौंपी गई. जिसके बाद आर्थिक अपराध शाखा ने सहनिबंधक कार्यालय के सहयोग से नागपुर स्थित ऑडिटर फर्म की नियुक्ति करते हुए मामले का फॉरेन्सीक ऑडिट करवाना
शुरू किया. इसी बीच प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने भी इस मामले में ध्यान देना शुरू किया. जिसके तहत विगत दिनों बैंक के तत्कालीन प्रशासक संदीप जाधव को मुंबई बुलाते हुए इस पूरे मामले की ईडी के अधिकारियों द्वारा जानकारी ली गई. हालांकि इस समय तक उपनिबंधक संदीप जाधव का अमरावती से कराड तबादला हो चुका था. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने मुंबई पहुंचकर ईडी के अधिकारियों को अपने पास उपलब्ध तमाम जानकारी व दस्तावेज सौंपे. जिसके आधार पर ईडी अब इस मामले में बैंक के तत्कालीन सीईओ जयसिंह राठोड के नाम पहला समन्स जारी किया है. वहीं पता चला है कि, कुछ और लोगों के नाम भी ईडी द्वारा समन्स जारी किये जा सकते है. जिसके चलते बैंक एवं इस कमिशन घोटाले से जुडे कई लोगों में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त है.

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