जेल भेजते ही कटला चालक पडा बीमार, इर्विन में मौत
शुक्रवार रात सक्करसाथ में चोरी के संदेह पर किया था गिरफ्तार
रिश्तेदारों ने उठाये अनेको सवाल, अकोला में होगा पोस्टमार्टम
अमरावती/प्रतिनिधि दि.19 – शुक्रवार की रात शहर के एक कटला चालक को सक्करसाथ स्थित राठी गैरेज के पास माल ढुलाई करते हुए कुछ लोगों ने पकडा और पुलिस के हवाले किया. नागपुरी गेट पुलिस ने उसके खिलाफ चोरी का अपराध दर्ज कर उसे कोर्ट रवाना किया. शनिवार को न्यायालय के आदेश पर इस कटला चालक को न्यायीक हिरासत के तहत जेल रवाना किया था, लेकिन वह अचानक उसकी तबीयत बिगडी. उसे फिर इर्विन अस्पताल में लाकर भर्ती किया. जहां कल सोमवार की दोपहर इस कैदी की मौत हो गई. आज इस कटला चालक की मौत पर उसके रिश्तेदार और परिसरवासियों ने रोष व्यक्त करते हुए अनेकों प्रश्न उपस्थित किये है. आज अपरान्ह इस कटला चालक की लाश को पोस्टमार्टम के लिए अकोला के सर्वोपचार अस्पताल भेजा गया है.
मृत कैदी का नाम अब्दुल कलीम अब्दुल समद (46, नागपुरी गेट निवासी) बताया गया है. अ.कलीम के परिजन मुजीब खान ने आज बताया कि अब्दुल कलीम शहर में कटला चलाते थे और रात के समय किसी गैरेज का माल ले जाने का काम भी करते थे. शुक्रवार 15 जनवरी की रात तकरीबन 2 बजे के करीब वे अपने कटले में सोए थे. तब कुछ लोग उनके पास आये ओैर कहा कि राठी गैरेज से कुछ माल ट्रक में रखना है. रात के समय भाडा मिलने पर अब्दुल कलीम उनके साथ सक्करसाथ राठी गैरेज में पहुंचे. उसी समय किसी ने राठी गैरेज के मालिक को फोन कर बताया कि उनके गोदाम में चोरी हो रही है. जब मालिक वहां पहुंचे तो कटला चालक अब्दुल कलीम को माल ले जाने के लिए बुलाने आये वह लोग फरार हो गए और अब्दुल कलीम गोदाम मालिक के हाथ लगा. गोदाम मालिक ने उसे पकडकर नागपुरी गेट पुलिस को सूचना दी और पुलिस के हवाले किया. पुलिस ने अब्दुल कलीम के खिलाफ चोरी का अपराध दर्ज कर दूसरे दिन याना शनिवार 16 जनवरी को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उसका पीसीआर न देते हुए न्यायीक हिरासत के तहत जेल भेजने के निर्देश दिये. अब्दुल कलीम को 16 तारीख को जेल भेजा गया, लेकिन वहां जाने के बाद उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई. तब जेल प्रशासन ने उसे इर्विन अस्पताल में लाकर भर्ती किया. इस बात की खबर अब्दुल कलीम के परिजनों को पता चली. उनके बेटे ने कल सोमवार को स्थानीय कोर्ट में उनकी जमानत की अर्जी दाखिल की, लेकिन इसी बीच कल दोपहर इर्विन अस्पताल में भर्ती अब्दुल कलीम ने दम तोड दिया.
अब्दुल कलीम के रिश्तेदारों का कहना है कि आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद नियम के अनुसार इसकी सूचना सर्वप्रथम उसके परिजनों को देनी पडती है, लेकिन अब्दुल कलीम की गिरफ्तारी की जानकारी उन्हें नहीं दी गई थी. अब्दुल कलीम के बेटे परवेज को जब अपने पिता की गिरफ्तारी की खबर मिली तब उसने जानकारी हासिल की, पिता से मिलने वह जेल भी गया, लेकिन वहां पता चला कि जेल में लाते ही अब्दुल कलीम की तबीयत बिगडी और उन्हें इर्विन रेफर किया गया है. कलीम के रिश्तेदारों का यह भी आरोप है कि अस्पताल में भी उन्हें अब्दुल कलीम से मिलने नहीं दिया. आज नियम के अनुसार मैजिस्ट्रेट की उपस्थिति में अब्दुल कलीम के रिश्तेदारों के बयान इर्विन अस्पताल में दर्ज किये गए इस समय जमीयत उलेमाए हिंद के हाफिज नाजीम, मेराज खान पठान, बाबू ड्रायवर और अब्दुल कलीम के रिश्तेदार उपस्थित थे. पश्चात अ.कलीम की लाश को पोस्टमार्टम के लिए अकोला भेजा गया है.
विधायक खोडके से की शिकायत
अब्दुल कलीम की मौत अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से होने का आरोप हफीज नाजीम, मेराज खान पठान व बाबू ड्रायवर ने विधायक सुलभा खोडके से भेंटकर किया है और इसकी जांच करने की मांग भी की है.
जेल आते ही बिगडी तबीयत
अमरावती जेल अधिक्षक कांबले ने बताया कि 16 जनवरी को अब्दुल कलीम को जेल लाया गया. आते ही उसकी तबीयत बिगडी. वह कमजोरी महसूस कर रहा था और दम घुटने की शिकायत कर रहा था. इस कारण उसे तत्काल इर्विन अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां कल दोपहर उसकी मौत हो गई.