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नवाथे मल्टीप्लेक्स में मनपा की आय को रखा जाये मद्देनजर

  •  स्थायी समिती सदस्य व पार्षद चेतन पवार की मांग

  •  आज उपायुक्त स्तर पर हुई बैठक

  •  स्थायी की अगली बैठक में होगा निर्णय

अमरावती/प्रतिनिधि दि.27 – गत रोज हुई स्थायी समिती की बैठक में समिती सदस्य व पार्षद चेतन पवार ने प्रस्ताव क्रमांक 4 के जरिये नवाथे प्लॉट परिसर में बननेवाले मल्टीप्लेक्स के निर्माण का मसला उठाते हुए मनपा प्रशासन से जानना चाहा था कि, इस काम हेतु प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्सलटन्सी के लिए जो दो टेंडर आये थे, उसमें से 62 अंक हासिल करनेवाली ग्वालियर की मे. इंजिनिअरिंग सर्विसेस को प्रोजेक्ट रिपोर्ट का जिम्मा क्यों नहीं सौंपा गया. जिस पर मनपा प्रशासन की ओर से कहा गया कि, जहां पुणे की कंपनी की प्रोजेक्ट रिपोर्ट में कन्सलटन्सी फीस काफी अधिक थी, वहीं दूसरी ओर अपेक्षा के अनुरूप कन्सलटन्सी फीस मांगनेवाली ग्वालियर की कंपनी द्वारा दी गई प्रोजेक्ट रिपोर्ट संतोषजनक नहीं थी. क्योंकि इस रिपोर्ट में मनपा को अपेक्षित आय होने की गुंजाईश नहीं थी. इसके बाद पार्षद चेतन पवार ने मनपा प्रशासन से मांग की है कि, इससे पहले आयी दोनोें प्रोजेक्ट रिपोर्ट को रद्द करते हुए नये सिरे से निविदा प्रक्रिया शुरू की जाये.
इस बात के मद्देनजर मंगलवार 27 अप्रैल को मनपा के उपायुक्त रवि पवार के कक्ष में संबंधित विभागों के अधिकारियों की एक बैठक बुलायी गयी है. जिसमें निविदा प्रक्रिया को दुबारा शुरू करने के बारे में विचार-विमर्श किया जा रहा है. साथ ही नवाथे मल्टीप्लेक्स के जरिये मनपा को अधिक से अधिक आय कैसे हो सकती है, इसका भी एक प्रारंभिक स्वरूप तय किया जा रहा है. जिसपर आगामी बुधवार या गुरूवार को होनेवाली स्थायी समिती की बैठक में चर्चा पश्चात कोई निर्णय लिया जायेगा.
इस आशय की जानकारी देने के साथ ही पार्षद चेतन पवार ने दैनिक अमरावती मंडल को बताया कि, मनपा में आउटसोर्सिंग के लिए प्रशासन द्वारा जिस ठेकेदार को नियुक्त किया गया था, उसे दी गई समयावृध्दि विगत फरवरी माह में ही समाप्त हो गयी. इस बात से स्थायी समिती को अवगत कराये बिना ही ठेकेदार कंपनी को प्रतिमाह 50 लाख रूपयों का भुगतान किया गया. यानी मार्च व अप्रैल माह के दौरान 1 करोड रूपये का भुगतान हुआ. जबकि मनपा के नियमानुसार 25 लाख से अधिक राशि के किसी भी भुगतान हेतु स्थायी समिती की मंजूरी आवश्यक है. किंतु इस मामले में ऐसा नहीं किया गया. इस बात की जांच करना आवश्यक है.

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