खामगांव-जालना रेलमार्ग को हरी झंडी
रेल मंत्रालय ने नीति आयोग को भेजा प्रस्ताव
नई दिल्ली/दि.1 – खामगांव-जालना रेलमार्ग का निर्माण करने के साथ ही औरंगाबाद-अंकई रेलमार्ग के दूसरे ट्रैक को बिछाने वाले काम को रेल मंत्रालय ने हरी झंडी दिखा दी है और इन दोनों कामों के प्रस्ताव को मूल्यांकन हेतु नीति आयोग के पास भेज दिया गया है. विशेष उल्लेखनीय है कि, रेल मंत्रालय ने इन दोनों प्रकल्पों में निवेश किये जाने का समर्थन किया है. जिसके चलते इन दोनों प्रकल्पों का काम जल्द शुरु होने के आसार दिखाई दे रहे है. विगत अनेक वर्षों से प्रतीक्षा में रहने वाले परभणी-मनमाड के 291 किमी लंबे रेलमार्ग के दुहेरीकरण के रेल मंत्रालय ने हरी झंडी दिखाई थी. साथ ही उसी समय अंकई (मनमाड) से औरंगाबाद के बीच 98 किमी लंबे रेलमार्ग के दुहेरीकरण सर्वेक्षण को मंजूरी दी गई थी और यह सर्वेक्षण जुलाई माह के अंत मेेंं पूरा भी हो गया.
इसके साथ ही खामगांव जालना रेलमार्ग के काम को रेल्वे बजट में मंजूरी मिलने के चलते विदर्भ व मराठवाडा क्षेत्र की जनता द्बारा की जा रही 106 वर्ष पुरानी मांग अंत: मंजूर हो गई. जिसके चलते मॉडीफाइड इकॉनॉमी इंटरनल रेट ऑफ रिटर्न मॉडल के आधार पर प्रकल्प के लिए निवेश का समर्थन करते हुए रेल्वे मंत्रालय ने दोनों प्रकल्पों के प्रस्ताव को मूल्यांकन के लिए नीति आयोग के पास भेज दिया है. जिसके चलते इन दोनो प्रकल्पों का काम जल्द पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है.