अमरावती/प्रतिनिधि दि.26 – विगत चार माह से दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देने हेतु संयुक्त मोर्चा द्वारा 26 मार्च को भारत बंद का आवाहन किया गया था. जिसके समर्थन में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिती द्वारा शुक्रवार 26 मार्च को अमरावती जिला बंद कराने हेतु आंदोलन किया गया. इसके तहत विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार की सुबह शहर के राजकमल चौराहे पर एकत्रित होते हुए जमकर सरकार विरोधी नारेबाजी की. साथ ही शहर में एक रैली निकालते हुए दुकानदारों से अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद करने का आवाहन किया गया. हालांकि इस बंद को अमरावती शहर सहित जिले में बेहद अत्यल्प प्रतिसाद मिला.
शुक्रवार की सुबह राजकमल चौराहे पर महाराष्ट्र किसान सभा, अ. भा. किसान सभा, आम आदमी पार्टी, वंचित बहुजन आघाडी, सत्याग्रही शेतकरी संगठन, राष्ट्रीय किसान मोर्चा, किसान ब्रिगेड, किसान आजादी आंदोलन, आयटक, सीटू, मराठा सेवा संघ, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन, मुस्लीम लीग, श्रमिक बांधकाम कामगार संगठन, संतरा बागायतदार संगठन, किसान सेवा संघ, आरपीआई सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित हुए. जिन्होंने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियोें एवं कृषि कानूनों का विरोध किया. पश्चात यहां से एक रैली निकाली गयी, जो गांधी चौक, जवाहर गेट, इतवारा बाजार, चित्रा चौक, सरोज चौक होते हुए जयस्तंभ चौक पहुंची. जहां पर गांधी पुतले के समक्ष इस रैली का समापन हुआ. शहर के प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों से गुजरते समय रैली में शामिल पदाधिकारियों ने सभी दुकानदारों से किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए अपने व्यापारी प्रतिष्ठान बंद करने का आवाहन किया. इस समय कई दुकानदारों ने थोडे समय के लिए अपनी दुकानों के शटर नीचे कर लिये. पश्चात रैली के गूजर जाने के बाद सभी दुकाने एक बार फिर खुल गयी.
इस आंदोलन में अ. भा. किसान संघर्ष समन्वय समिती के निमंत्रक अशोक सोनारकर सहित तुकाराम भस्मे, महेश देशमुख, रूपेश जवेरी, जे. एम. कोठारी, सुभाष पांडे, चंद्रकांत मोहिते, अश्विन चौधरी, आनंद आमले, डॉ. रोशन अर्डक, मो. इमरान अशरफी, प्रदीप मानकर, चंद्रकांत बानुबाकोडे, एड. धनंजय तोटे, नरेंद्र पुंडकर, भाउराव वानखडे, एड. सिध्दार्थ गायकवाड, डॉ. अलीम पटेल, सुनील मेटकर, शंकरराव मोटघरे, उमेश मेषकर, गजानन कडू, अशोक राउत, अनिल वानखडे, विनायक निंभोरकर, डॉ. ओमप्रकाश कुटेमाटे, डॉ. बी.एस. विधले, सुनील घवले आदि ने हिस्सा लिया.