अमरावतीमुख्य समाचार

पतंगबाजी की तैयारियां जोरों पर

सभी पतंग विक्रेताओें द्वारा बनायी जा रही विभिन्न आकार-प्रकारवाली रंग-बिरंगी पतंगे

अमरावती/प्रतिनिधि दि.12 – आगामी 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व बडे धूमधाम से मनाया जायेगा. तील और गूड के साथ ही स्वादिष्ट खिचडी के लिए विख्यात इस त्यौहार पर जमकर पतंगबाजी भी होती है. इस बात के मद्देनजर शहर के सभी पतंग विक्रेताओं द्वारा बडे पैमाने पर विभिन्न तरह के आकार-प्रकारवाली पतंगे बिक्री हेतु उपलब्ध करायी जा रही है. साथ ही अलग-अलग आकार-प्रकार वाली चक्रियों के साथ-साथ मांजा और सुत्तल भी बिक्री के लिए उपलब्ध कराये गये है. इस समय शहर में सभी पतंग की दूकानों पर पतंगों की खरीदी हेतु बडे पैमाने पर पतंगबाजों की भीड उमड रही है. जो अपनी-अपनी पसंद के अनुरूप पतंगे खरीद रहे है, ताकि उन्हें मकर संक्रांति के पर्व पर उडाया जा सके.
ज्ञात रहें कि, यूं तो अमरावती में पूरे सालभर शौकीयां पतंगबाजी का दौर चलता रहता है. और शहर के आसमान पर हमेशा ही रंग-बिरंगी पतंगे इठलाती-बलखाती दिखाई देती है. साथ ही पतंगबाज एक-दूसरे की पतंगों के साथ पेंच भी लडाते है. जिसके तहत दूसरे पतंगबाजों की पतंगों को कांटने का प्रयास किया जाता है. ऐसी पेचों में कई बार पतंगे कट जाती है और लहराकर जमीन पर गिरती है. ऐसी पतंगों और उनके मांजे को लूटने के लिए जमकर धमाचौकडी होती है. जिसकी वजह से कई बार हादसे भी घटित होते है. इसके अलावा इन दिनों पतंगोें को उडाने में बेहद तेज धार और मजबूती रहनेवाले नायलॉन मांजे का प्रयोग भी होता है. जो आसानी से कटता या टूटता नहीं. इस मांजे की वजह से भी कई तरह के हादसे घटित होते है. इस बात के मद्देनजर विभिन्न प्रशासनिक विभागों द्वारा मकर संक्रांति पर्व पर पतंगबाजी को लेकर सावधानी व सतर्कता के संदर्भ में आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये गये है. जिनमें कहा गया है कि, पतंगबाजी करते समय हर एक व्यक्ति ने कुछ बेहद छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि किसी की भी जान के लिए कोई खतरा उत्पन्न न हो.

 महावितरण ने जारी की एडवाईजरी

इस संदर्भ में महावितरण द्वारा एक परिपत्रक जारी करते हुए कहा गया कि, इस समय हर ओर उच्च दाबवाली विद्युत वाहिनियों का जाल बिछा हुआ है और कई बार कटी हुई पतंगे और मांजा विद्युत पोल एवं तार पर आकर अटक जाते है. जिन्हें निकालने का प्रयास करना जानलेवा साबित हो सकता है. इन दिनों बाजार में बडे पैमाने पर धातु मिश्रित मांजा बेचा जाता है. यदि ऐसा मांजा बिजली के तार से आकर अटक जाये और उसे हाथों से पकडकर निकालने का प्रयास किया जाये, तो उसकी वजह से बिजली का जोरदार झटका लगकर किसी कि जान भी जा सकती है. इससे पहले विगत कुछ वर्षों के दौरान ऐसी घटनाएं बडे पैमाने पर घटित हो चुकी है. साथ ही बिजली की तार में अटके मांजे को खींचने का प्रयास करने पर दो तारों का एक-दूसरे के साथ घर्षण होकर शॉर्ट सर्किट भी हो सकता है. ऐसे में बिजली की तार व पोल पर अटके पतंग व मांजे को निकालने का प्रयास नहीं करना चाहिए. धातु मिश्रित व नायलॉन मांजे का प्रयोग टालना चाहिए. विद्युत तारों में अटकी पतंगोें को निकालने हेतु पत्थर को रसी से बांधकर विद्युत तारों पर नहीं फेंकना चाहिए. साथ ही जिस इलाके में विद्युत तार है, वहां पतंग उडाना टाला जाना चाहिए.

Related Articles

Back to top button