संभाग में फिर सुस्त हुआ कोविड टीकाकरण अभियान
गत रोज केवल 32.48 फीसद ने लगवायी वैक्सीन
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यवतमाल व बुलडाणा की वजह से पिछड रहा संभाग
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अमरावती, वाशिम व अकोला में काम समाधानकारक
अमरावती प्रतिनिधि/दि.४ – इस समय संभाग के पांचों जिलों में 38 स्थानों पर टीकाकरण केंद्र बनाते हुए रोजाना 4 हजार हेल्थ केयर वर्करों को कोविड वैक्सीन लगाये जाने का लक्ष्य तय किया गया है, ताकि आगामी 14 फरवरी से पहले हेल्थ केयर वर्करों को कोविड वैक्सीन का पहला डोज लगाने का काम पूरा किया जा सके. लेकिन इस समय संभाग में टीकाकरण अभियान एक बार फिर सुस्त पडता दिखाई दे रहा है. क्योंकि गत रोज 38 टीकाकरण केंद्रोें पर 4 हजार की बजाय मात्र 1 हजार 299 यानी 32.48 फीसद हेल्थ केयर वर्करों ने ही कोविड वैक्सीन का टीका लगाया.
इसमें भी यह विशेष उल्लेखनीय है कि, यवतमाल एवं बुलडाणा जिले में कोविड टीकाकरण अभियान अपने तय लक्ष्य की तुलना में काफी पीछे चल रहा है. जिसकी वजह से समूचे संभाग में टीकाकरण की रफ्तार सुस्त दिखाई दे रही है, जबकि अमरावती, अकोला एवं वाशिम जिले में टीकाकरण अभियान की स्थिति बेहद शानदार है. गत रोज अकोला जिले में सर्वाधिक 64.33 फीसदी काम हुआ. जहां पर तीन केंद्रों पर 193 हेल्थ केयर वर्करोें ने कोविड वैक्सीन का टीका लगाया. इसी तरह दूसरे स्थान पर वाशिम जिला रहा. जहां के पांच केंद्रों पर 500 की बजाय 254 यानी 50.80 फीसदी टीकाकरण हुआ. इसके अलावा संभागीय मुख्यालय रहनेवाला अमरावती जिला तीसरे स्थान पर रहा. जहां के आठ केंद्रोें पर 800 की बजाय 330 यानी 41.25 फीसद हेल्थ केयर वर्करों ने टीका लगवाया. वहीं चौथे नंबर पर रहनेवाले बुलडाणा जिले के 10 केंद्रोें पर 1 हजार की बजाय 297 यानी 29.70 फीसद टीके लगाये गये. साथ ही पांचवे स्थान पर रहे यवतमाल जिले के 12 केंद्रों पर 3 फरवरी को 1400 हेल्थ केयर वर्करों को टीका लगाने का लक्ष्य तय किया गया था, किंतु यहां पर 3 फरवरी को दिनभर के दौरान केवल 225 हेल्थ केयर वर्कर ही टीका लगवाने हेतु पहुंचे. यह तय लक्ष्य की तुलना में मात्र 16.07 फीसद रहा. और गत रोज समूचे संभाग में 4 हजार की ऐवज में केवल 1299 यानी 32.48 फीसद हेल्थ केयर वर्करोें को ही कोविड वैक्सीन का टीका लगाया जा सका.