अमरावतीमुख्य समाचार

ऑक्सीजन की कमी बन रही जी का जंजाल

  • कोरोना संक्रमितों की मौतों का खतरा बढा

  • तीन नये टैंक आने में अब भी १२ दिनों का समय बाकी

अमरावती प्रतिनिधि/दि.१४ – इस समय अमरावती में जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ रही है उसे देखते हुए मरीजोें के इलाज हेतु बडे पैमाने पर कृत्रिम ऑक्सीजन की जरूरत पड रही है. लेकिन लगातार बढ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या के चलते विगत कुछ दिनों से अमरावती में अब ऑक्सीजन सिलेंडरों (Oxygen cylinders) की किल्लत महसूस की जाने लगी है. ऐसे में ऑक्सीजन का अभाव रहने के चलते कोरोना संक्रमित मरीजों की जान जाने का खतरा लगातार बढ रहा है. उल्लेखनीय है कि, अमरावती शहर के किसी भी सरकारी एवं निजी अस्पताल के पास अपना खुद का कृत्रिम ऑक्सीजन निर्मिती प्लांट नहीं है और शहर के सभी अस्पतालों में श्री वल्लभ गैस एजेंसी द्वारा कृत्रिम ऑक्सीजन गैस सिलेंडरों की आपूर्ति की जाती है.
शहर में विगत कुछ समय से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अचानक ही बढ जाने की वजह से ऑक्सीजन की मांग में भी जबर्दस्त इजाफा हुआ है. जिसकी वजह से ऑक्सीजन की आपूर्ति का समीकरण गडबडा गया है. इस समय श्री वल्लभ गैस एजेंसी द्वारा रोजाना लगभग १ हजार सिलेंडर ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. लेकिन मरीजों की संख्या के सामने अब आपूर्ति के स्तर को बनाये रखना अपने आप में एक बडी चुनौती है. ज्ञात रहे कि, अमरावती में मरीजों के इलाज हेतु ऑक्सीजन की लगातार बढती जरूरत के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन द्वारा यहां के सुपर स्पेशालीटी अस्पताल, इर्विन अस्पताल व पीडीएमसी अस्पताल में करीब २२ हजार लीटर लिक्वीड ऑक्सीजन गैस की क्षमतावाले टैंक लगाये जाने का प्रयास शुरू किया गया है और ये टैंक आगामी २५ सितंबर को उपलब्ध होंगे.
जिसमें अभी करीब ११ से १२ दिनों का समय बाकी है. ऐसे में इस समय सबसे बडा सवाल यह है कि, यदि इस दौरान कोरोना संक्रमितों की संख्या ऐसे ही बढती रहती है, तो सभी मरीजों की जरूरत के लिहाज से ऑक्सीजन सिलेंडरों की अतिरिक्त आपूर्ति कहां से व कैसे होगी. फिलहाल इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है. उल्लेखनीय है कि, अमरावती में कोरोना संक्रमण की रफ्तार के गति पकडते ही स्थानीय प्रशासन द्वारा अमरावती में ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति क्षमता तथा लिक्वीड ऑक्सीजन की संग्रहण क्षमता को बढाने पर काम करना शुरू कर दिया गया था. लेकिन इस काम में एक निश्चित व लंबा समय लगता ही है और इसे तुरंत शुरू नहीं किया जा सकता. वहीं इन दिनों ऑक्सीजन गैस के संग्रहण हेतु टैंक बनानेवाली कंपनियों के पास समूचे देश से जबर्दस्त मांग आ रही है. जिसके चलते वहां पर भारी वेटिंग चल रही है. ऐसे में ऑक्सीजन टैंकों के मिलने हेतु और अधिक इंतजार करना पड रहा है. वहीं इस दौरान कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ रही है और बडे पैमाने पर ऑ्िनसजन सिलेेंडरों की जरूरत पड रही है. जिसकी आपूर्ति हेतु स्थानीय प्रशासन सहित शहर के एकमात्र आपूर्तिकर्ता श्री वल्लभ गैस एजेंसी द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे है.

Related Articles

Back to top button