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पिछले साल जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में १६१६ स्थानों पर हुई थी दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना

  • २०५ मंडलों द्वारा मनाया गया था शारदोत्सव

  • ४७९ गांवों में ‘एक गांव-एक दुर्गा‘ की संकल्पना हुई थी साकार

अमरावती प्रतिनिधि/दि.७ -आगामी अक्तूबर माह में १७ अक्तूबर से नौ दिवसीय शारदीय नवरात्रोत्सव व दुर्गोत्सव का प्रारंभ होने जा रहा है. जिसे लेकर कई सार्वजनिक दुर्गोत्सव व शारदोत्सव मंडलों द्वारा अभी से तैयारी शुरू की गई है. बता दें कि, गत वर्ष जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल १६१६ सार्वजनिक दुर्गोत्सव मंडलों द्वारा दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी, वहीं २०५ सार्वजनिक मंडलों में देवी शारदा को विराजीत किया गया था. किंतु इस वर्ष कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए जिस तरह से अमरावती शहर सहित जिले में बेहद कम सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों द्वारा गणेशोत्सव मनाया गया. इसी तरह इस बार सार्वजनिक दुर्गोत्सव व शारदोत्सव मंडलों की संख्या घटने के भी पूरे आसार है.
बता दें कि, गणेशोत्सव की तरह ही जिले के अधिकांश स्थानों पर नौ दिवसीय दुर्गोत्सव भी बडी धुमधाम के साथ मनाया जाता है और मां दुर्गा व मां शारदा की आकर्षक प्रतिमाएं स्थापित करने के साथ-साथ एक से बढकर एक नयानाभिराम झांकियां भी साकार की जाती है. किंतु इस वर्ष सभी पर्व एवं त्यौहारों पर कोरोना संक्रमण का साया मंडरा रहा है और तमाम तरह के सार्वजनिक आयोजनोें को लेकर बेहद कडे प्रतिबंध जारी किये गये है. जिसके चलते गणेशोत्सव जैसा धुमधडाके व भीडभडक्केवाला आयोजन पूरी तरह से फिका रहा.
वहीं अब लगभग यहीं स्थिति दुर्गोत्सव पर भी दिखाई देने के पूरे आसार है. इस संदर्भ में हासिल की गई जानकारी के मुताबिक गत वर्ष जिला ग्रामीण पुलिस अधिक्षक के कार्य क्षेत्र अंतर्गत आनेवाले सभी ३१ पुलिस थाना क्षेत्रों में कुल १६१६ स्थानों पर सार्वजनिक दुर्गोत्सव मंडलों द्वारा दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी और ३९२ गांवों में एक गांव-एक दुर्गा की संकल्पना साकार की गई थी. वहीं जिले में कुल २०५ स्थानों पर सार्वजनिक शारदोत्सव मंडलों द्वारा देवी शारदा की प्रतिमा स्थापित की गई थी और ८७ गांवों में एक गांव-एक शारदा की संकल्पना साकार की गई थी. चूंकि अभी नौ दिवसीय नवरात्रोत्सव शुरू होने में एक माह से अधिक का समय शेष है. अत: अब तक किसी भी सार्वजनिक दुर्गोत्सव व शारदोत्सव मंडल द्वारा फिलहाल पुलिस अनुमति हेतु आवेदन पेश नहीं किया गया है, लेकिन पूरी उम्मीद है कि, इस बार गत वर्ष की तुलना में अनुमति हेतु आवेदन बेहद कम संख्या में प्राप्त होंगे.

  • ग्रामीण में २ हजार के मुहाने पर पहुंचा संक्रमितों का आंकडा

वहीं दूसरी ओर जिले के ग्रामीण पुलिस थाना क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों की संख्या १ हजार ९२१ पर जा पहुंचा है और जिस हिसाब से संक्रमित मरीज पाये जा रहे है, उसे देखते हुए बहुत जल्द यह आंकडा २ हजार के स्तर को पार कर सकता है. इसमें भी परतवाडा व अचलपुर शहर सहित अंजनगांव, दर्यापुर तथा वरूड अब भी कोरोना संक्रमण के लिहाज से लगातार हॉटस्पॉट बने हुए है. जुडवा शहर परतवाडा व अचलपुर में अब तक कोरोना के कुल २८२ मरीज पाये जा चुके है. जिसमें से १५ मरीजों की मौत हो चुकी है.
वहीं अंजनगांव में अब तक कुल ११५ कोरोना संक्रमित मिले है, जिनमें से ४ की मौत हो चुकी है. अब भी ६५ एक्टिव पॉजीटिव मरीजों का इलाज चल रहा है. वहीं दर्यापुर में कुल १५५ संक्रमित मरीज पाये गये है. जिनमें से ६ की मौत हो चुकी है तथा १०३ मरीज कोरोना मुक्त हो गये है. साथ ही अब भी ४६ मरीजों का इलाज चल रहा है. इसके अलावा वरूड में अब तक १२९ कोरोना संक्रमित पाये जा चुके है. जिसमें से ४ लोगोें की मौत हो चुकी है और ७० मरीज अब भी कोविड अस्पतालों में भरती है. बता दें कि, जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कोरोना संक्रमण की वजह से कुल ६७ मरीजों की मौत हो चुकी है. वहीं १ हजार ८ मरीजों को अब तक कोविड अस्पतालों से डिस्चार्ज मिल चुका है. साथ ही इस समय कोविड अस्पतालों में ८४६ एक्टिव पॉजीटिव मरीजों का इलाज जारी है.

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