देर रात विएमवि परिसर में दिखा तेंदूआ
वनविभाग के रेस्क्यू दल ने शुरु किया सर्चिंग
* परिसर के जंगल समेत खाली क्वॉर्टर खंगाले जा रहे
अमरावती/दि.28 – शहर के मणिपुर ले-आउट परिसर से विएमवि परिसर में घुसे तेंदूए के कारण परिसर के नागरिकों में दहशत व्याप्त है. इस तेंदूए को पिंजरे में कैद करने के लिए वनविभाग का रेस्क्यू दल विएमवि परिसर मेें गुरुवार देर रात से डेरा जमाए हुए है. सर्चिंग के दौरान शुक्रवार 27 अक्तूबर की रात तेंदूआ विएमवि परिसर के घने जंगल में दिखाई देने से रेस्क्यू दल सतर्क हो गया है और आज सुबह से ही परिसर का सर्चिंग शुरु कर दिया गया है. खाली क्वॉर्टर भी खंगाले जा रहे है.
बता दें कि, गत 25 अक्तूबर को विएमवि कॉलेज की दीवार से सटकर स्थित मणिपुर ले-आउट परिसर में सुबह 10 बजे के दौरान नागरिकों को तेंदूआ सडक पार करते हुए दिखाई दिया था. पश्चात यह जानकारी परिसर में फैलते ही नागरिकों की भारी भीड जमा हो गई थी. यह जानकारी वनविभाग को मिलते ही रेस्क्यू दल ने घटनास्थल पहुंचकर तेंदूए को पकडने के प्रयास शुरु किए थे. लेकिन तेंदूआ रेस्क्यू दल के हाथ नहीं लग पाया है. नागरिकों की भीड में तेंदूआ इधर से उधर भागता रहा. इस दौरान हमले में दो युवक घायल भी हुए. पश्चात गुरुवार की देर रात यह तेंदूआ मणिपुर ले-आउट परिसर से विएमवि के जंगल में घुस गया. इस कारण वनविभाग के दल ने रात से ही विएमवि परिसर में डेरा जमाकर तेंदूए की तलाश में सर्चिंग शुरु कर दिया. शुक्रवार की देर रात सर्चिंग के दौरान यह तेंदूआ विएमवि के जंगल परिसर में दिखाई दिया. इस कारण वनविभाग का रेस्क्यू दल सतर्क हो गया है. शनिवार को सुबह से विएमवि के संपूर्ण परिसर का सर्चिंग शुरु कर दिया गया है. परिसर के विरान पडे खाली क्वॉर्टर भी खंगाले जा रहे है. साथ ही ट्रैप व सीसीटीवी कैमरे के जरिए इस बौराए तेंदूए को पिंजरे में कैद करने के प्रयास वनविभाग द्वारा किए जा रहे है.
* बरती जा रही सावधानी
शासकीय विदर्भ महाविद्यालय परिसर में तेंदूआ घुसने के बाद महाविद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या अधिक रहने से वनविभाग काफी सतर्क होकर सावधानी बरत रहा है. विएमवि परिसर के आसपास भी नागरी बस्ती है. विएमवि का परिसर 183 हेक्टेअर क्षेत्र में फैला हुआ है और इस परिसर में घने पेड है. इस कारण वनविभाग का दल अब तेंदूए के यहीं पर पकडने के पूरे प्रयास कर रहा है. लेकिन यह भी देखा जा रहा है कि, तेंदूआ इस परिसर से अब नागरिकों की अन्य बस्तियों में न घूसे.