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आज से राज्य में होगा लॉकडाउन लागू

  •  सोमवार से शनिवार तक लागू रहेंगे कडे प्रतिबंध

  •  शुक्रवार की रात से सोमवार की सुबह तक रहेगा कडा लॉकडाउन

  •  शनिवार-रविवार को सबकुछ रहेगा बंद

  •  गत रोज मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया निर्णय

  •  30 अप्रैल तक लागू रहेगा ‘ब्रेक द चेन’ का फैसला

अमरावती/प्रतिनिधि दि.4 – गत रोज मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक ली गयी. जिसमें राज्य में कोविड संक्रमण की स्थिति का जायजा लेते हुए राज्य में लॉकडाउन लागू करने को लेकर निर्णय लिया गया. इसके तहत तय किया गया कि, सोमवार से शुक्रवार तक राज्य में कडे प्रतिबंधात्मक नियमों को लागू किया जायेगा. वहीं शुक्रवार की रात 8 बजे से सोमवार की सुबह 7 बजे तक कडा लॉकडाउन रखा जायेगा. यानी अब शनिवार व रविवार को समूचे राज्य में तमाम तरह के व्यापारिक प्रतिष्ठान व सरकारी कार्यालयों सहित आम जनजीवन से जुडे व्यवहार पूरी तरह से बंद रखे जायेंगे. इस नये निर्णय पर सोमवार की शाम 8 बजे से अमल करना शुरू कर दिया जायेगा. साथ ही सोमवार से सभी सिनेमा गृह व नाट्यगृह भी बंद रखे जायेंगे. इसके अलावा रात के समय बेहद अत्यावश्यक सेवाओं को ही शुरू रहने की अनुमति दी जायेगी.
राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि, अब ‘मिशन बिगेन अगेन’ की बजाय ‘ब्रेक द चेन’ अभियान चलाया जायेगा. जिसके तहत रात में संचारबंदी और दिन में जमावबंदी कानून लागू रहेंगे. वहीं इस दौरान कृषि संबंधी कामों सहित सभी तरह के परिवहन साधन शुरू रहेंगे, लेकिन कहीं पर भी भीडभाड नहीं होने दी जायेगी. साथ ही वित्तीय सेवाओं को छोडकर अन्य निजी कार्यालय तथा किराणा, दवाई व साग-सब्जी जैसी जीवनावश्यक वस्तुओं की दूकानों को छोडकर अन्य सभी वस्तुओं की दुकाने, मॉल व बाजार आगामी 30 अप्रैल तक बंद रहेंगे. साथ ही सरकारी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारी ही उपस्थित रहेंगे. इसके अलावा उपहार गृह, बीयरबार, सलून, मनोरंजनात्मक स्थान एवं धार्मिक स्थल भी 30 अप्रैल तक बंद रखे जायेंगे. वहीं उद्योग व उत्पादन क्षेत्र में कडे नियमों व शर्तों के तहत काम शुरू रहेगा.

 

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  • नुकसान से ज्यादा कीमती है जान

इस लॉकडाउन के संदर्भ में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व जिला पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील ने कहा कि, राज्य में जिम्मेदार विपक्ष होने के नाते भाजपा ने सरकार द्वारा लॉकडाउन के संदर्भ में लिये गये निर्णय को समर्थन व सहयोग देने का फैसला किया है. इस लॉकडाउन की वजह से कुछ हद तक आर्थिक नुकसान होना तय है, लेकिन हम सभी को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि, जान हैं तो जहान है. अब तक कोविड संक्रमण की वजह से जितने भी लोगोें की मौत हुई है, उनमें से अधिकांश की आयु 45 वर्ष से अधिक थी. इसमें भी इस आयुवर्ग के पुरूषों की संख्या अधिक रही. इस आयुवर्ग के पुरूष घर के कमाउ सदस्य होते है. ऐसे में जिन परिवारों में कमाउ सदस्य की मौत हो जाये, वह पूरा परिवार ही बिखर जाता है. अत: सभी ने हालात की गंभीरता को समझते हुए लॉकडाउन संबंधी नियमों का कडाईपूर्वक पालन करना चाहिए. साथ ही 45 वर्ष से अधिक आयुवाले सभी लोगों ने कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन का टीका लगाना चाहिए, ताकि वे संक्रमण से बचे रहे. इसके अलावा यदि वैक्सीनेशन या लॉकडाउन काल के दौरान किसी भी तरह की कोई दिक्कत अथवा असुविधा होती है, तो हम हर तरह का सहयोग प्रदान करने हेतु तैयार है.

 

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  •  अमरावती को मिलनी चाहिए कुछ छूट व सहूलियत

राज्य की महाविकास आघाडी सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके द्वारा दी गई प्रतिक्रिया के मुताबिक अमरावती जिले ने अभी हाल-फिलहाल में करीब 14 दिन के कडे लॉकडाउन का सामना किया है और इस समय अमरावती शहर सहित जिले में कोविड संक्रमण की स्थिति काफी हद तक नियंत्रित है. ऐसे में राज्य सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन में अमरावती जिले को कुछ हद तक छूट व सहूलियत मिलना अपेक्षित था. किंतु सरकार द्वारा समूचे राज्य के लिए एक समान फैसला लेकर उसे लागू करवाया जा रहा है और इस फैसले में कोई फेरबदल करने के अधिकार जिला प्रशासन को नहीं दिये गये है, जबकि सरकार ने लॉकडाउन के बारे में फैसला लेने के साथ ही इसमें संशोधन या फेरबदल करने के अधिकार जिला प्रशासन को देना चाहिए था, ताकि हर जिला प्रशासन अपने-अपने क्षेत्र की स्थिति व जरूरत के लिहाज से लॉकडाउन को लेकर फैसला ले तथा प्रतिबंधों को लागू करे, क्योेंकि सभी जिलों में संक्रमण की स्थिति अलग-अलग है.

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