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सिरफिरे बेटे ने पिता को मार डाला

  • दत्तापुर पुलिस थाना क्षेत्र के परसोडी की घटना

  • एक घंटे तक पत्थर के शिलबट्टे से सिर पर मारते रहा

  • मानसिक बीमार बेटे को आज नागपुर ले जाने वाले थे

धामणगांव रेलवे-/प्रतिनिधि दि.२२ –  मानसिक रुप से बीमार सिरफिरे बेटे ने खूद के पिता को पत्थर के शिलबट्टे से सिर पर एक घंटे तक मारता रहा. जिससे पिता की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. यह सनसनीखेज घटना दत्तापुर पुलिस थाना क्षेत्र के परसोडी गांव में आज सुबह ७ बजे घटी. मानसिक बीमार बेटे को आज इलाज के लिए नागपुर ले जाने वाले थे. इससे पहले ही उसने हत्या की घटना को अंजाम दिया. रामकृष्ण लक्ष्मण काले (७०, परसोडी) यह सिरफिरे बेटे व्दारा पत्थर के शिलबट्टे से किये गए हमले में मरने वाले पिता का नाम है. धम्मदीप रामकृष्ण काले (३४) यह मानसिक रुप से बीमार पिता की बेहरमी के साथ हत्या करने वाले गिरफ्तार किये गए हत्यारे बेटे का नाम है. बताया जाता है कि धामणगांव रेलवे से दो किलोमीटर दूर परसोडी गांव निवासी रामकृष्ण काले का बेटा धम्मदीप मानसिक रुप से बीमार है. धम्मदीप पर पिछले १४ वर्षों से नागपुर में इलाज शुरु है. कल से धम्मदीप की मानसिकता और अधिक बिगड जाने के कारण उसे घर के कमरे में रस्सी से बांधकर रखा गया था. आज सुबह रामकृष्ण काले घर के बाहर बैठे हुए थे. मां विमला रामकृष्ण काले घर के काम में व्यस्त थी. इस दौरान आरोपी धम्मदीप ने रस्सी से जैसे तैसे अपने आप को छुडा लिया और घर में रखा पत्थर का शिलबट्टा लाकर सीधे पिता के सिर पर दे मारा. भारी भरकम शिलबट्टा लगने के कारण सिर फूट जाने से रामकृष्ण जमीन पर जा गिरे. मगर बेरहम धम्मदीप उसके पिता रामकृष्ण के सिर पर एक घंटे तक शिलबट्टे से वार करता रहा. जिसके कारण रामकृष्ण का सिर बूरी तरह से पिचक गया. धम्मदीप का अमानवीय कृत्य देखकर आसपडोस के लोगों की हिम्मत भीउसके पास जाने की नहीं हुई. इस घटना की खबर मिलते ही दत्तापुर पुलिस की टीम घटनास्थल पहुंची. पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा कर लाश पोस्टमार्टम के लिए धामणगांव के ग्रामीण अस्पताल रवाना की. पुलिस वालों के अनुसार जब पुलिस कर्मचारी धम्मदीप काले को गिरफ्तार करने गए तब धम्मदीप चार-चार पुलिस कर्मचारियों के बसर भी नहीं आ रहा था. पुलिस ने आरोपी धम्मदीप को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ दफा ३०२ के तहत अपराध दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरु की है. घटना को देखते हुए एसडीपीओ सोमनाथ तांबे ने घटनास्थल को भेंट दी. घटनास्थल पर थानेदार ब्रम्हदेव शेलके, पीएसआई राजेश पुरी, पीएसआई व्दारका अंभोरे, मंगेश लकडे, सुधीर बावणे, सचिन गायधने, संदीप वासनिक, आकाश बेलसरे, धनंजय झटाले, मिश्रा की टीम उपस्थित थी.

एक घंटे तक शिलबट्टे से वार करता रहा

रस्सी के चंगुल से जैसे तैसे छुटकारा पाकर सिरफिरे धम्मदीप ने घर में रखे पत्थर के शिलबट्टे से उसके पिता रामकृष्ण काले के सिर पर वार किया. १ घंटे तक लगातार शिलबट्टे से पिता का सिर पिटने रहने के कारण रामकृष्ण की घटनास्थल पर मौत हो गई. इस भयानक मंजर को देखकर आसपडोस के किसी भी व्यक्ति की बीच बचाव करने की हिम्मत नहीं हुई.

१४ वर्षों से नागपुर में चल रहा इलाज

मानसिक रुप से बीमार धम्मदीप काले पर पिछले १४ वर्षों से नागपुर में इलाज जारी है. कल से उसकी मानसिक हालत और अधिक खराब हो जाने के कारण धम्मदीप को एक कमरे में रस्सी से बांधकर रखा गया था. आज धम्मदीप ने जैसे तैसे रस्सी से छूटकरा पाकर पिता को मौत के घाट उतार दिया.

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