ध्यानयोगी उत्तम स्वामी बने पंच अग्नि अखाड़े के महामंडलेश्वर
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हरिद्वार में भव्य पट्टाभिषेक समारोह में बांसवाड़ा को मिला गौरव
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मूलत: अमरावती जिलानिवासी है उत्तम स्वामी महाराज
अमरावती/प्रतिनिधि दि.12 – इस समय उत्तर प्रदेश के हरिद्वार में अर्धकुंभ चल रहा है, जहां पर समूचे देश के साधु-संतों व संन्यासियों का जमावडा है. इस अर्धकुंभ के दौरान ही समूचे देशभर में ध्यानयोगी के नाम से ख्यात तथा उत्तम सेवा धाम (बांसवाड़ा) के उत्तम स्वामी महाराज को पंचअग्नि अखाड़े के महामण्डलेश्वर का गौरव प्रदान किया गया है. शनिवार को हरिद्वार में आयोजित पट्टाभिषेक समारोह में ध्यानयोगी उत्तम स्वामीजी को यह उपाधि अखाड़े के संत-महंतों ने सनातनी परंपरा के अनुसार प्रदान की. जिसके बाद अब उन्हें महामंडलेश्वर ईश्वरानंदजी महाराज के नाम से जाना जायेगा.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, ध्यानयोगी श्री उत्तम स्वामी महाराज मूलत: अमरावती जिले के नांदगांव खंडेश्वर तहसील अंतर्गत लोहगांव निवासी है तथा लोहगांव में आज भी उनके माता-पिता कलावती व देविदासजी सानप तथा बडे भाई मधुकरराव सानप व अनिल सानप का परिवार रहता है. जिन्होंने स्वामीजी के महामंडलेश्वर बनने पर हर्ष व आनंद व्यक्त किया है.
हरिद्वार महाकुंभ के पावन अवसर पर सनातनी अखाड़ा परिषद के प्राचीनतम एवं प्रतिष्ठित श्री पंचअग्नि अखाड़े के द्वारा श्री महामंडलेश्वर पद पर पट्टाभिषेक समारोह दौरान आचार्य महामंडलेश्वर, पंचों सहित कई संत महंतों ने उत्तम स्वामी महाराज को माला पहनाकर व शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया और उन्हें वैदिक ऋचाओं के पाठ के बीच परंपरागत अनुष्ठानों के माध्यम से अभिषेक किया गया. पट्टाभिषेक समारोह में उत्तम स्वामी महाराज को पंच अग्नि अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर रामकृष्णानंदजी (अमरकंटक), सभापति महंत मुक्तानंद ब्रह्मचारी महाराज, महामंत्री महंत सोमेश्वरानंद महाराज, अग्निपीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर ब्रह्मर्षि रामकृष्णानंद, सचिव संपूर्णानंद महाराज, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्रगिरि, महामंडलेश्वर मां कनकेश्वरी देवी, द्वारिका सनातन सेवा मण्डल के केशवानंदजी महाराज, संत हरिचेतानंद, चित्रकुट धाम के कृष्णानंदजी, संत प्रेमानंद, निलेश चेतनजी, उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मदन कौशिक, रामजन्मभूमि न्यास के महामंत्री चंपकराय, मुक्तानंद सहित 13 अखाड़ों के आचार्य, महामंडलेश्वर, संत-महंत और बड़ी संख्या में गुरुभक्त मौजूद थे. आश्रम के संत श्री रामबाबा के नेतृत्व में समस्त कार्यक्रमों की व्यवस्था की गई और बताया गया कि सार्वजनिक विशाल कार्यक्रम कोरोना काल के उपरांत किया जाएगा.
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देश-विदेश में है लाखों अनुयायी
बता दें कि, ध्यान योगी श्री उत्तम स्वामी महाराज के देश-विदेशों में लाखों अनुयायी हैं. साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, आरएसएस के प्रमुख पदाधिकारी मोहन भागवत, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर, लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सहित अनेक केन्द्रीय और राज्यों के मंत्री, आरएसएस, विहिप व बजरंगदल के पदाधिकारी, कई राजनीतिज्ञ, अनेक फिल्म अभिनेता व निर्माता उत्तम स्वामी महाराज के प्रति आदरभाव रखते हैं. स्वामीजी के प्रमुख आश्रम बांसवाड़ा, हरिद्वार, मध्यप्रदेश के सलकनपुर, लौहगांव (महाराष्ट्र), मंदसौर व उज्जैन में हैं. उत्तम स्वामी महाराज के सांनिध्य में राजस्थान सहित महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, असम, दिल्ली आदि राज्यों में हजारों गुरुभक्तों द्वारा वर्षभर निर्धन व असहाय विद्यार्थियों को अध्यापन व अन्य सेवाकार्य और धार्मिक आयोजन किए जाते रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में पंचअग्नि अखाड़े में महामंडलेश्वर पद पर कैलाशानंदजी आरूढ़ थे, जो गत दिनों निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर पद पर उनका पट्टाभिषेक हुआ था. कैलाशनंद के बाद अब उत्तम स्वामी महाराज को महामंडलेश्वर उपाधि से अलंकृत किया गया है. उत्तम स्वामी महाराज को महामंडलेश्वर की उपाधि से सुशोभित किए जाने के बाद वागड़-मेवाड़ व राजस्थान के साथ देशभर के गुरुभक्तों में खुशी की लहर व्याप्त है.