दूसरे दिन भी जारी रहा महर्षि स्कूल का घेराव
संतप्त अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन को जमकर लिया आडे हाथ
अमरावती/प्रतिनिधि दि.2 – विगत शुक्रवार को सीबीएसई द्वारा कक्षा 12 वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किये जाते ही स्थानीय महर्षि पब्लिक स्कूल में पढनेवाले कक्षा 12 वीं के विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों में रोष व संताप की लहर व्याप्त हो गई थी, क्योंकि 90 से 95 फीसद अंक हासिल करनेवाले विद्यार्थियों को अंतर्गत मूल्यांकन पध्दति के जरिये कक्षा 12 वीं के परीणाम में महज 70 से 80 फीसद अंक दिये गये थे. चूंकि अंतर्गत मूल्यांकन पध्दति के जरिये खुद स्कूल को अपने यहां पढनेवाले बच्चों के अंक ऑनलाईन पध्दति से सीबीएसई के पास भेजना था. इसके बावजूद भी विद्यार्थियों को काफी कम अंक मिले. जिसकी वजह से अभिभावकों व विद्यार्थियों का गुस्सा स्कूल पर ही फूट पडा और उन्होंने शनिवार को स्कूल में जमकर हंगामा मचाया. वहीं कई अभिभावक सोमवार को भी स्कूल में पहुंचे और उन्होंने शाला की प्राचार्या सहित शाला प्रबंधन को जमकर आडे हाथ लिया और अपने बच्चों के खराब रिजल्ट को लेकर जवाब तलब भी किया.
संतप्त अभिभावकों का कहना रहा कि, कक्षा 1 ली से कक्षा 11 वीं तक हमेशा ही 90 से 95 फीसद अंक हासिल करनेवाले बच्चों को अंतर्गत मूल्यांकन पध्दति के जरिये महज 70 से 80 फीसद अंक दिये गये है. जिसका सीधा मतलब है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा अंतर्गत मूल्यांकन पध्दति के तहत गंभीरतापूर्वक काम नहीं किया गया. जिसकी वजह से उनके बच्चों का शैक्षणिक नुकसान हुआ है. इसके साथ ही कई अभिभावकों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री के नाम जारी ज्ञापन में इस पूरे मामले की शिकायत करते हुए शाला प्रबंधन को आरोपों के कटघरे में खडा किया. अभिभावकों का कहना रहा कि, स्कूल प्रबंधन की गलती की वजह से उनके बच्चों का नुकसान नहीं होना चाहिए, अत: महर्षि पब्लिक स्कूल के बच्चों का दुबारा मूल्यांकन किया जाये.