महाराष्ट्रमुख्य समाचारविदर्भ

मनोज जरांगे पाटिल अब भी अनशन पर अडे हुए है

बारहवे दिन में पहुंचा मराठा आरक्षण का आंदोलन

* सरकार के बंद लिफाफे से भी नहीं बना कोई काम
* जरांगे ने बिना शर्त कुणबी प्रमाणपत्र दिए जाने की मांग रखी कायम
* संशोधित जीआर निकलने तक अनशन जारी रखने की बात कही
जालना /दि.9– मराठा समाज को बिना किसी शर्त के कुणबी जाति प्रमाणपत्र एवं शिक्षा व सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर विगत 12 दिनों से आमरण अनशन कर रहे मनोज जरांगे पाटिल ने अनशन खत्म करने के संदर्भ में सरकार की पेशकश को ठूकरा दिया है. साथ ही कहा है कि, जब तक बिना शर्त कुणबी जाति प्रमाणपत्र दिए जाने को लेकर सरकार द्बारा अध्यादेश में संशोधन नहीं किया जाता, तब तक वे अपना अनशन जारी रखेंगे और संशोधित अध्यादेश जारी होते ही अपना अनशन समाप्त कर देगे.
विशेष उल्लेखनीय है कि, इस मामले में सरकार और मनोज जरांगे पाटिल के बीच जालना के सेना विधायक अर्जुन खोतकर द्बारा विशेष दूत की भूमिका निभाई जा रही है. जिनकी अगुवाई में बीती रात करीब ढाई घंटे तक मनोज जरांगे पाटिल द्बारा भेजे गए प्रतिनिधि मंडल ने राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ चर्चा की थी. जिसके बाद राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए विशेष अध्यादेश की प्रतिलिपी को बंद लिफाफे में लेकर विधायक अर्जुन खोतकर आज सुबह मनोज जरांगे पाटिल से मिलने हेतु आंतरगांव सराटी स्थित अनशन स्थल पर पहुंचे और उन्होंने उक्त बंद लिफाफे को मनोज जरांगे पाटिल के सुपुर्द किया. जिसे खोलने के बाद उसमें रखे कागज को पढते हुए मनोज जरांगे पाटिल ने कहा कि, उन्हें अध्यादेश में जो बदलाव व संशोधन अपेक्षित था, वह अब भी सरकार ने नहीं किया है, बल्कि इसमें अब भी वंशावली वाली शर्त को कायम रखा गया है. ऐसे में इस अध्यादेश को वे स्वीकार नहीं कर सकते. अत: उनका अनशन बदस्तूर जारी रहेगा. साथ ही मनोज जरांगे पाटिल ने अर्जुन खोतकर से यह भी कहा कि, वे उनकी भावना से राज्य सरकार को अवगत कराए तथा अध्यादेश में आवश्यक संशोधन करवाए. जिसके बाद वे तुरंत ही अपना अनशन समाप्त कर देंगे. ऐसे में मनोज जरांगे पाटिल के अनशन के खत्म होने का मामला फिलहाल अधर में अटका हुआ है. जिसे खत्म कराने हेतु सरकार द्बारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे है. साथ ही पूरी उम्मीद है कि, संभवत: आज रात मनोज जरांगे पाटिल के प्रतिनिधि मंडल एवं राज्य सरकार के बीच एक बार फिर पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर की मध्यस्थता के तहत दोबारा चर्चा हेतु बैठक हो. जिसके बाद कल शायद इस मसले का कोई हल निकल सके.

 

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