मराठा क्रांति ठोक मोर्चा ने आंदोलन की बजाय इंसानियत को दिया महत्व
राणा दम्पत्ति के निवास पर पहुंचकर भी नहीं किया ढोल बजाओ आंदोलन
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घर में कुछ लोग बीमार रहने की बात पता चलते ही बदला नियोजन
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विधायक राणा ने घर से बाहर आकर प्रतिनिधि मंडल से स्वीकारा निवेदन
अमरावती प्रतिनिधि/दि.26 – इस समय मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मराठा क्रांति ठोक मोर्चा द्वारा सभी जनप्रतिनिधियों के घरों के सामने पहुंचकर ढोल बजाओ आंदोलन किया जा रहा है. जिसके तहत गत रोज मोर्चा के पदाधिकारियों ने पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के निवास पर पहुंचकर ढोल बजाओ आंदोलन करने का प्रयास किया था. वहीं इसके दूसरे दिन शनिवार 26 सितंबर को मराठा क्रांति ठोक मोर्चा के समन्वयक अंबादास काचोले के नेतृत्व में कई मराठा समाज बांधव सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा के शंकर नगर परिसर स्थित निवास पर ढोल बजाओ आंदोलन करने के लिए पहुंचे. किंतु इस समय जैसे ही आंदोलनकारियों को पता चला कि, राणा परिवार के घर में कुछ लोग बीमार है, वैसे ही आंदोलनकारियों ने ढोल बजाकर आंदोलन करने का निर्णय पीछे ले लिया. ताकि इसकी वजह से होनेवाले शोर-शराबे के चलते घर के बीमार लोगोें को किसी तरह की कोई तकलीफ न हो.
इसकी बजाय मोर्चा पदाधिकारियों ने विधायक रवि राणा को संदेश भिजवाया कि, वे घर से बाहर आकर प्रतिनिधि मंडल द्वारा दिया जानेवाला ज्ञापन स्वीकार करे और मराठा आरक्षण को अबाधित रूप से जारी रखने के लिए सरकार के समक्ष आवाज उठाये. जिसके बाद विधायक रवि राणा ने मोर्चा के चुनिंदा पदाधिकारियों को अपने आवास के आहते में बनाये गये कार्यालय में आमंत्रित किया और उनके द्वारा लाया गया निवेदन स्वीकार करने के साथ ही उन्हें आश्वासन दिया कि, वे और सांसद नवनीत राणा राज्य एवं केंद्र सरकार के समक्ष मराठा आरक्षण के मसले को पूरजोर तरीके से उठायेंगे. साथ ही हमेशा इस मसले को लेकर मराठा समाज के साथ खडे रहेंगे. साथ ही इस समय विधायक रवि राणा ने अपने घर के बीमार लोगों की तबियत को ध्यान में रखते हुए अपने निवास के समक्ष ढोल बजाओ आंदोलन नहीं करने और किसी भी तरह का शोरशराबा न करते हुए बीमार व्यक्तियों के प्रति फिक्र दर्शाये जाने को लेकर मराठा क्रांति ठोक मोर्चा के पदाधिकारियों की प्रशंसा की.
ज्ञापन सौंपते समय मराठा क्रांति ठोक मोर्चा के समन्वय अंबादास काचोले, सहित सर्वश्री विजय पवार, नितीन चित्रे, वसंत भुते, अरूण शेरेकर, प्रकाश खेडकर, प्रशांत हांडे, जनार्दन फरताडे, गोपाल शेरेकर आदि उपस्थित थे..