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विवाह आश्रित व्यवसायों को भी मिले अनलॉक में छूट

संघर्ष कृति समिती ने सौंपा जिलाधीश को ज्ञापन

अमरावती/प्रतिनिधि दि.22 – कोविड संक्रमण की पहली लहर के बाद किये गये अनलॉक के समय आयोजीत विवाह समारोहोें की वजह से दुबारा संक्रमण फैलने की बात कही गई. किंतु फरवरी से मई माह के दौरान विवाह समारोह आयोजीत नहीं होने के बावजूद कोविड संक्रमण की रफ्तार काफी तेज थी. जिसका सीधा मतलब है कि, कोविड संक्रमण बढने के पीछे केवल विवाह समारोह ही मुख्य वजह नहीं है. ऐसे में अनलॉक की प्रक्रिया के तहत अब मंगल कार्यालय, लॉन व खुले मैदान में कुल आसन क्षमता की तुलना में 50 फीसदी या कम से कम 200 लोगों की उपस्थिति में विवाह समारोह के आयोजन को अनुमति दी जाये. इस आशय की मांग संघर्ष कृति समिती द्वारा जिलाधीश को सौंपे गये ज्ञापन में की गई है.
इस ज्ञापन में कहा गया कि, विगत मार्च 2020 से कोविड महामारी के चलते सभी व्यापार-व्यवसाय बंद रहे. इस दौरान विवाह समारोहों के आयोजन पर भी कई तरह के प्रतिबंध रहे. जिसकी वजह से विवाह समारोहों पर आश्रित रहनेवाले ऑर्केस्ट्रा, मंडप डेकोरेशन, लाईट, मंगल कार्यालय, साउंड सिस्टीम, घोडा, बैण्डबाजा, पेशवाई संच, फोटोग्राफर, वीडियो ग्राफर तथा कैटरिंग के व्यवसाय भी बंद थे. जिसकी वजह से इन सभी व्यवसायियों को बेरोजगारी का सामना करना पडा. वहीं अब आगामी 13 जुलाई तक ही विवाह के मुहूर्त है. साथ ही आगे चलकर गणेशोत्सव व दुर्गोत्सव जैसे त्यौहार भी पड रहे है. अनलॉक की प्रक्रिया के तहत अमरावती जिले के अलावा अन्य सभी स्थानों पर 50 फीसदी क्षमता अथवा 200 लोगों की उपस्थिति के साथ विवाह समारोह आयोजीत करने की अनुमति दी गई है. ऐसी ही अनुमति आगामी तीन दिन के भीतर अमरावती जिले के लिए भी दी जाये, अन्यथा समिती द्वारा तीव्र आंदोलन किया जायेगा. ऐसा भी इस ज्ञापन में कहा गया है.
ज्ञापन सौंपते समय संघर्ष कृति समिती के संयोजक विनोद डागा व टॉय लिओ सहित अभिजीत लोखंडे, जीतू बघेल, गणेश कलाने, राजेश वाडेकर, पवन आसोपा, संजय साहू, गिरीश शर्मा, चेतन फुटाने, शरद पोटफोडे, सचिन राउत, विजय ढगे, दिलीप सरदार, मोहन मिश्रा, संतोष मानकर, सतीश जयस्वाल, रईस भाई आदि उपस्थित थे.

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