* अकोला के युवक ने प्रस्तुत किया अनूठा आदर्श उदाहरण
अकोला/दि.30 – समाज के सामने आदर्श प्रस्तुत करते हुए पारंपारिक रितिरिवाजों से हटकर एक बेहतरीन खबर अकोला से सामने आई है. जहां पर एक युवक ने अपने बडे भाई की आकस्मिक मौत के बाद अपनी भाभी तथा उसके 2 बच्चों को न केवल आधार दिया बल्कि विधवा भाभी के साथ विवाहसूत्र में बंधते हुए अपने दिवंगत भाई के कर्ज को भी खूद अदा करने का निर्णय लिया. जिसके लिए सुमित राउत नामक इस युवक की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है.
जानकारी के मुताबिक अकोला निवासी मंगेश राउत और राधिका राउत का कुछ वर्ष पूर्व विवाह हुआ था और उनका वैवाहिक जीवन अच्छे से चल रहा था. इस दम्पति को 2 बच्चे भी हुए. जिसमें से बेटा विराट 5 वर्ष का हो गया है. वहीं बेटी अनू अब 3 वर्ष की हो गई है. मंगेश राउत पेशे से किसान थे और उन पर काफी कर्ज भी हो गया था. मंगेश राउत ने 23 मार्च 2022 को आत्महत्या कर ली थी. ऐसे में राधिका राउत पर अपने दोनों बच्चों की पूरी जिम्मेदारी आ गई थी. वहीं प्रगतिशील सोच वाले राउत दम्पति ने बहु को अपनी बेटी मानकर उसका दुबारा विवाह करवाते हुए कन्यादान करने का विचार करना शुरु किया. ताकि उसे विधवा के तौर पर जीवन यापन न करना पडे और उसके बच्चों को भी अच्छा जीवन मिले. इसी दौरान मंगेश राउत के छोटे भाई सुमित राउत ने अपनी भाभी से विवाह करने का निर्णय लिया. साथ ही बडे भाई के दोनों बच्चों को अपनी संतान मानकर उनका पूरा जिम्मा उठाना और बडे भाई द्बारा लिये गये कर्ज को अदा करने की तैयारी भी दर्शायी. जिसके चलते विगत 26 नवंबर को रिश्तेदारों की उपस्थिति में पंजीयन पद्धति और सामाजिक रीति से सुमित राउत व राधिका राउत का विवाह संपन्न हुआ. जिसे लेकर अकोला में प्रशंसा का स्वर सुनाई दे रहे है.