बाबासाहब की धम्मक्रांति को नुकसान पहुंचा रहे मायावती व प्रकाश आंबेडकर
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पत्रवार्ता में समाजक्रांति आघाडी नेता प्रा. मुकुंद खैरे ने लगाया आरोप
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मुस्लिमों सहित अन्य घटकोें के आरक्षण हेतु मुंबई में महामार्चो निकालने का ऐलान किया
अमरावती/प्रतिनिधि दि.३ – हाल ही में वंचित बहुजन आघाडी के अध्यक्ष एड. प्रकाश आंबेडकर ने अकोला के श्री राजराजेश्वर मंदिर को आम श्रध्दालुओं के दर्शनार्थ खुलवाया तथा पंढरपुर में विठ्ठल मंदिर को खुलवाने हेतु आंदोलन किया. इसी तरह बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश में परशुराम की भव्य प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की. इस जरिये एड. प्रकाश आंबेडकर व मायावती ने बाबासाहब की धम्मक्रांति को नुकसान पहुंचाने के साथ ही धम्मक्रांति के समय ली गयी २२ प्रतिज्ञाओं का उल्लंघन किया है. इस आशय का प्रतिपादन समाजक्रांति आघाडी के अध्यक्ष प्रा. मुकुंद खैरे ने यहां बुलायी गयी एक पत्रकार परिषद में किया. साथ ही इस पत्रकार परिषद में प्रा. मुकुंद खैरे ने कहा कि, एड. प्रकाश आंबेडकर व मायावती की राजनीति अब भाजपा के हिंदुत्व की ओर बढ रही है. ऐसे में बाबासाहब पर श्रध्दा रखनेवाले बौध्द लोगोें ने ऐसे नेताओें से सावधान रहने की जरूरत है.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, एससी, एसटी, ओबीसी, मराठा तथा मुस्लिम समाज को संविधान के अनुच्छेद ४६ के अनुसार आरक्षण का मुलभुत अधिकार दिलवाने हेतु समाजक्रांति आघाडी द्वारा जल्द ही मुंबई में आरक्षण बचाव महामोर्चा निकाला जायेगा.
जिसके जरिये हाईकोर्ट की एड. शताब्दी खैरे द्वारा तैयार किया गया आरक्षण का मुलभुत अधिकार के कानूनी बिल को सरकार के समक्ष पेश किया जायेगा. प्रा. खैरे के मुताबिक वर्ष १९५१ से २००५ तक तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पिछडों के आरक्षण हेतु कई संविधानिक संशोधन किये.किंतु एड. प्रकाश आंबेडकर, मायावती, वामन मेश्राम व ओवेसी जैसे नेताओें की कांग्रेस विरोधी भुमिका एवं ओबीसी के धर्मवाद की वजह से भाजपा को फायदा पहुंचा और अब भाजपा द्वारा आरक्षण को खत्म करने का षडयंत्र रचा जा रहा है. इस पत्रकार परिषद में समता क्रांति आघाडी के हर्षराज शेंडे, राज्य सचिव प्रा. प्रमोद मेश्राम, तमिजशाह बिस्मिल्ला शाह, मयनोद्दीन सौदागर, प्रा. अशोक वानखडे, भीमराव गडलिंग, पुण्यवर्धन राउत, सत्यफुला बोके, बलवंत सरदार, राजकुमार मोहोड, अशोक इंगोले, हफीजखान अजीजखान, दिलीपसिंह भाटिया व संतोष राउत आदि उपस्थित थे.