* शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय को लेकर आशा की किरण कायम
* इर्विन, सुपर, टीबी अस्पताल में जगह ही जगह
* सीएस को भी अपॉइंट कर हो सकती है शुरुआत
अमरावती/दि.17– संभाग मुख्यालय होने के बावजूद अब तक शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय से वंचित रहे अमरावती में इसका प्रारंभ इसी सत्र से हो सकता है बशर्ते शासन ने दिल पर लिया तो. जानकारों ने आज दोपहर अमरावती मंडल से बातचीत में उक्त दावा किया और शहर में मौजूद सुविधाओं तथा विविध पहलू पर भी ध्यान आकृष्ट किया. उन्होंने बताया कि जिला सामान्य अस्पताल को शासनादेश से प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के लिए सात वर्षों हेतु सौंप दिया गया है. अब प्रशासनिक तैयारियों की जरुरत है, यह बेहद फास्ट होनी चाहिए. क्योंकि वैद्यकीय प्रवेश की अंतिम तिथि 30 अगस्त ही है.
* आइटीआइ और अनेक इमारतें
स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ उच्चाधिकारियों से अमरावती मंडल ने चर्चा की. उन्होंने बताया कि जिला सामान्य अस्पताल परिसर में ही कॉलेज प्रबंधन अथवा प्रशासकीय कार्यालय होना आवश्यक नहीं है. फिर भी आइटीआइ, टीबी अस्पताल, सुपर स्पेशालिटी परिसर में इमारतें तैयार है. जहां 100 सीट का एमबीबीएस महाविद्यालय थोड़े से ही प्रयत्नों से आरंभ हो सकता है. जरुरत अब तेजी से निर्णय करने और उनके गतिमान क्रियान्वयन की है.
* डीन की नियुक्ति तुरंत हो
मेडिकल कॉलेज के लिए अनेक वर्षों से सतत प्रयत्न करने वाले भाजपा नेता किरण पातुरकर ने कहा कि अधिष्ठाता की नियुक्ति शीघ्र होने से इसी सत्र से महाविद्यालय के आरंभ होने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है, क्योंकि डीन द्वारा स्टाफ की नियुक्ति हो सकती है. जितनी जल्दी स्टाफ नियुक्त होगा, काम उतना तेजी से आगे बढ़ेगा. सरकार ने अध्यादेश जारी कर बड़ा मार्ग प्रशस्त किया है.
* थोड़ा विलंब हुआ
मेडिकल क्षेत्र के जानकारों से अमरावती मंडल ने चर्चा की तो कुछ ने बताया कि सरकार का अध्यादेश जारी होने में थोड़ा विलंब हो गया. यहीं आदेश दो माह पहले आ जाता तो काफी कुछ हो सकता था. हालांकि इन्हीं जानकार ने कहा कि इर्विन अस्पताल और परिसर में काफी कुछ सुविधा मौजूद है. अभी भी उम्मीद की हल्की किरण बची है. जिससे वैद्यकीय शिक्षा के गर्व्हनिंग बोर्ड से स्वीकृति लेकर अमरावती कॉलेज की प्रवेश प्रक्रिया 30 अगस्त से पहले की जा सकती है. उन्होंने बताया कि इर्विन अस्पताल के पास लालबाग के राजा के बगल में भी एक इमारत उपलब्ध है. टीबी अस्पताल परिसर में नई इमारत बनी है. सुपर स्पेशालिटी परिसर में कोविड मरीजों के लिए तैयार जगह भी है. दिल पर लिया तो इसी वर्ष से शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय शुरु हो सकता है.