संचारबंदी में दूध डेअरियों को कुछ समय की मिले छूट
डेअरी व्यवसाईयों ने पालकमंत्री ठाकुर को सौंपा ज्ञापन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.8 – कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा 9 मई से 15 मई तक कडे लॉकडाउन के आदेश जारी किये गये है. जिसमें जीवनावश्यक वस्तुओें की दुकानों को भी बंद रखते हुए केवल होम डिलीवरी देने की अनुमति दी गई है. किंतु दूध डेअरी जैसे व्यवसाय को इस संचारबंदी के दौरान कुछ छूट मिलनी चाहिए. अत: दूध डेअरियों को पहले की तरह रोजाना 7 से 11 बजे तक खुले रहने तथा ग्राहकों को दूध व दुग्धजन्य पदार्थों की बिक्री करने की अनुमति दी जाये. इस आशय की मांग अमरावती बहुउद्देशीय डेयरी एसोसिएशन द्वारा पालकमंत्री यशोमति ठाकुर को सौंपे गये ज्ञापन में की गई है.
इस ज्ञापन में कहा गया है कि, अमरावती में करीब 400 के आसपास दूध डेअरियां है और सभी दूध डेअरियों में लगभग 400 से 500 लीटर दूध की रोजाना आवक होती है. यानी जिले में मवेशी पालकों से रोजाना करीब 2 लाख लीटर दूध खरीदा जाता है और इस दूध पर प्रक्रिया करते हुए दुग्धजन्य पदार्थों का उत्पादन व बिक्री की जाती है. जिनकी हर एक ग्राहक को घर पहुंच डिलीवरी देना संभव नहीं है, क्योंकि सभी दूध डेअरीवालों के पास इतना बडा स्टाफ भी नहीं होता.
ऐसे में दूध जैसी नाशवंत वस्तू का व्यवसाय करनेवाले दूध डेअरी संचालकों को जारी संचारबंदी के दौरान भी पहले की तरह रोजाना सुबह 7 से 11 बजे तक चार घंटे अपनी दूध डेअरियां खुली रखने और ग्राहकों को दूध व दूग्धजन्य पदार्थों की काउंटर बिक्री करने की छूट दी जाये.
इस निवेदन पर सकारात्मक रूख अपनाते हुए पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने तुरंत इस संदर्भ में जिलाधीश शैलेश नवाल से बात की तथा जिलाधीश नवाल ने इस मांग को स्वीकार करते हुए कहा कि, वे आज शाम ही इस बारे में आवश्यक निर्देश जारी करेंगे. ऐसे में पूरी उम्मीद है कि, सोमवार से कडे लॉकडाउन के दौरान भी दूध डेअरियां सुबह 7 से 11 बजे तक खुली रह सकेंगी और लोगबाग वहां जाकर अपनी जरूरत के लिहाज से दूध व दूग्धजन्य पदार्थों की खरीदी कर सकेंगे.
ज्ञापन सौंपते समय संगठन के अध्यक्ष गिरीश खरड व सचिव आशिष त्रिपाठी सहित देवराज तिवारी व निखिल तिवारी आदि उपस्थित थे.