मुंबई दि.30– राज्य के आदिवासी विकास मंत्री विजयकुमार गावित विगत दिनों अपने द्बारा दिए गए इस बयान की वजह से चर्चा एवं विवादों में फंस गए थे. इसे लेकर राज्य की राजनीति काफी हद तक गरमा गई थी. जिसके तहत आरोप लगाए जा रहे थे कि, मंत्री गावित ने अपने बयान के जरिए महिलाओं का अपमान किया है. ऐसे में राज्य महिला आयोग ने भी मंत्री गावित के नाम नोटीस जारी करते हुए उनसे जवाब मांगा था. जिस पर अपना स्पष्टीकरण देते हुए मंत्री विजयकुमार गावित ने एक बार फिर अपने बयान पर खेद जताते हुए कहा कि, उन्होंने धुलिया की जनसभा में उपस्थित वहां के आदिवासी समाजबंधुओं को अहिराणी व उनकी स्थानीय भाषा में संबोधित किया था. परंतु उनके बयान को मीडिया द्बारा तोड मरोडकर पेश किया गया. जिससे पूरा हंगामा मचा. लेकिन उनका उद्देश्य महिलाओं का अपमान करने का कतई नहीं था. उन्होंने आज तक कभी भी ऐसा कोई कृत्य नहीं किया है. जिससे महिलाओं का अपमान हो. लेकिन यदि इसके बावजूद भी उनके बयान की वजह से समाज के किसी भी वर्ग की महिला को अपमान महसूस हुआ है, तो वे इसे लेकर अपना खेद प्रकट करते है.