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लापता किसान विजय सुने सहीसलामत बरामद

सिरजगांव के बीयरबार से हुई बरामदगी, पुलिस ने ली राहत की सांस

  • विजय सुने ने लापता होने के साथ ही आत्महत्या कर लेने की धमकी दी थी

परतवाडा/अचलपुर प्रतिनिधि/दि.१४ – अपने खेत से सडक हेतु जगह छोडने को लेकर चल रहे विवाद की वजह से आत्महत्या कर लेने की चिट्ठी छोडकर अपने घर से लापता हुए विजय सुखदेवराव सुने नामक 40 वर्षीय किसान को सिरजगांव पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है. विजय सुने की बरामदगी सतपुडा होटल के बार से की गई. जहां पर विजय सुने गत रोज भोजन करने पहुंचा था. इस बारे में सूचना मिलते ही सुने की तलाश कर रहा पुलिस पथक तुरंत इस होटल में पहुंचा और वहां से सुने को समझाबुझाकर उसके घर लाया गया. जिसकी वजह से सुने परिवार के सदस्य भी किसी अनिष्ट की आशंका से बाहर आ गये और सभी ने राहत की सांस ली.
बता दें कि, चांदूर बाजार तहसील के शिरजगांव अंतर्गत देउरवाडा निवासी विजय सुने नामक किसान विगत 11जनवरी को अपने घर से निकलकर कही चला गया था. और जाने से पहले अपने घर में एक चिठ्ठी छोड गया था. जिसमें लिखा गया था कि, उस पर उसके खुद के बीच से दूसरी ओर जाने के लिए सडक बनाने हेतु जगह छोडने का दबाव बनाया जा रहा है और उसे कहीं से कोई इन्साफ नहीं मिल रहा. इससे परेशान होकर वह आत्महत्या करने जा रहा है. 12 जनवरी की सुबह सुने परिवार को यह चिठ्ठी मिलते ही पूरे परिवार में जबर्दस्त हडकंप मच गया था. साथ ही इसे लेकर विजय सुने की पत्नी वैशाली सुने ने सिरजगांव पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करायी थी, जिसमें कहा गया था कि, यदि उसके पति के साथ कुछ भी गलत होता है, तो इसके लिए सिरजगांव पुलिस स्टेशन के थानेदार सचिन परदेसी व बीट जमादार तायडे, चांदूर बाजार के तहसीलदार धीरज स्थूल सहित राज्यमंत्री बच्चु कडू व उनके स्वीय सहायक जिम्मेदार होंगे. इस शिकायत के चलते समूचे तहसील क्षेत्र में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त हो गया था और खुद उपविभागीय पुलिस अधिकारी पोपटराव अब्दागीरे सिरजगांव पुलिस थाने में ठिय्या लगाये बैठे थे और विजय सुने की तलाश हेतु युध्दस्तर पर काम किया जा रहा था.
इसी बीच इस मुद्दे को लेकर गांव में राजनीति भी गरमाने लगी थी और नागरिकों ने थाने का घेराव भी कर दिया था. इसी बीच पुलिस को शिरजगाव के ही सतपुडा होटल में विजय सुने के भोजन करने की जानकारी मिली, जिसके बाद तत्काल पुलिस दल होटल में पहुंचा, जहां विजय को सहीसलामत स्थिति में देख पुलिस ने चैन की सांस ली. पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर विजय ने बताया कि वो परतवाडा मार्ग पर बने गजानन महाराज मंदिर में रात में रुक हुआ था. वही से वो भोजन करने सतपुडा होटल पहुंचा था. अपने बयान में विजय ने यह भी बताया कि खेत के रास्ते को लेकर बार-बार हो रही झंझट को लेकर वो बेहद परेशान हो गया था.
विवाद के बाद सुसाइड नोट छोडकर लापता हुए विजय के कारण गाँव मे आक्रोश के साथ ही तनाव भी निर्माण हो चुका था. विजय सुने के सकुशल वापसी की खबर सुनकर तहसील प्रशासन ने भी राहत प्राप्त की. तहसीलदार धीरज स्थूल ने विश्वास दिलाते हुए कहा है कि ग्राम पंचायत के चुनाव होते ही खेत के रास्ते का विवाद निपटा लिया जायेगा. किसी भी सूरत में विजय सुने पर कोई भी अन्याय नहीं होने दिया जायेगा.

Bacchu-Kadu-Hari-Amravati-Mandal

  • इस मामले से हमारा कोई संबंध ही नहीं

– राज्यमंत्री बच्चु कडू व एसपी डॉ. हरी बालाजी ने दिया स्पष्टीकरण
वहीं दूसरी ओर इस मामले में राज्यमंत्री बच्चु कडू ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि, इस पूरे मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है. बल्कि वे तो विजय सुने को न्याय दिलाने के लिए प्रयास कर रहे थे. किंतु विजय सुने के लापता होने के बाद उनके कुछ राजनीतिक विरोधियों ने जानबूझकर इस मामले के साथ उनके नाम को जोडने का प्रयास किया. लेकिन अब विजय सुने सहीसलामत बरामद हो चुके है. जिसकी वजह से पूरी स्थिति स्पष्ट हो जायेगी. वहीं दूसरी ओर इस मामले को लेकर सिरजगांव पुलिस स्टेशन के थानेदार परदेसी व बीट जमादार तायडे पर लग रहे आरोपों के संदर्भ में जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. हरी बालाजी एन द्वारा कहा गया कि, पुलिस पर लगनेवाले आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है. उन्होंने विगत दो दिनों के दौरान इस पूरे मामले की जानकारी हासिल की है. जिसमें पुलिस की कहीं कोई भुमिका नजर नहीं आयी है. चूंकि अब विजय सुने सहीसलामत बरामद हो चुके है, तो इस मामले में राजस्व प्रशासन के साथ बैठकर जमीन से संबंधी विवाद को हल करवा लिया जायेगा.

  • बच्चों की याद आने से विचार बदला

जानकारी के मुताबिक पुलिस द्वारा बरामद किये जाने के बाद दिये गये अपने बयान में विजय सुने द्वारा कहा गया कि, वे आत्महत्या करने का इरादा लेकर ही अपने घर से बाहर निकले थे. लेकिन ऐन समय पर आंखों के सामने बच्चों का चेहरा आ जाने की वजह से उन्होंने ऐन समय पर अपना इरादा बदल दिया. वहीं दूसरी ओर विगत दो-तीन दिनों से लगातार किसी अनिष्ट की आशंका के साये में रहनेवाले सुने परिवार के सदस्योें ने विजय सुने के सही-सलामत बरामद हो जाने के बाद राहत की सांस ली है.

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