* दस्त के कारण रविभवन गया था
नागपुर/दि.5- उच्च सदन के कांग्रेस सदस्य वजाहत मिर्जा से भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग ने गुरुवार को दोपहर 12 बजे से लगातार 7 घंटे लंबी पूछताछ की. इस दौरान उन्हें करीब 100 प्रश्न किए गए. अधिकांश का उत्तर विधायक मिर्जा ने दे दिया. उनसे गत 28 मार्च को रवि भवन जाने की वजह पूछे जाने पर मिर्जा ने दस्त लगने के कारण रविभवन गया था, ऐसा कहा. उल्लेखनीय है कि एसीबी ने यह पूछताछ 28 मार्च को आरटीओ भुयार से 25 लाख रुपए की रिश्वत लेते एमआईडीसी के तकनीकी कर्मचारी दिलीप खाडे और उनके साथी के पकडे जाने के सिलिसले में की गई. खाडे और उनके साथी को एसीबी ने उस समय दबोचा था जब वे विधानभवन में आरटीओ भुयार के विरुद्ध विभाग की महिला कर्मचारी की शोषण की शिकायत का मुद्दा उपस्थित न करने के एवज में 25 लाख रुपए घूस ले रहे थे. उस दिन घटना के समय विधायक मिर्जा के रविभवन जाने की पुष्टि यवतमाल के पुलिस हैडकॉस्टेबल ने की थी. यह कॉस्टेबल मिर्जा की सुरक्षा हेतु तैनात था. उसने दो रोज पहले ही एसीबी की पूछताछ में घटना के दिन मिर्जा के रविभवन जाने की पुष्टि की थी. जिसके बाद एसीबी ने नियोजन कर एमएलसी को पूछताछ के लिए बुलाया.
एसीबी अधिकारी राहुल मानकीकर ने बताया कि, विधायक मिर्जा ने पूछताछ में सहयोग किया है. एसीबी की पडताल में ट्रैप से कुछ देर पहले ही विधायक मिर्जा के कॉटेज में आने का खुलासा हुआ था. मिर्जा ने कबूल किया कि आरोपी शेखर भोयर उनका परिचित था. उससे बात करने के बाद वे वहां से चले गए. बताया जाता है कि मिर्जा ने आरोपियों व्दारा उनके नाम पर पैसे मांगने का पता होने से इंकार किया. पहले अंगरक्षक और फिर एमएलसी मिर्जा से पूछताछ किए जाने से यह प्रकरण गर्मा गया है. ज्ञात हो कि एसीबी ने 28 मार्च को खोडे को रुपए लेते रंगेहाथ दबोचा था. जबकि भोयर वहां से पहले ही फरार हो गया था.