विधायक वानखडे का दावा, 2021 के बजट में ही हो गया था प्रावधान
लासूर के आनंदेश्वर मंदिर के विकास का मुद्दा
* कल सांसद राणा ने किया था केंद्र से फंड मंजूर करवाने का दावा
* सीएम रहते उद्धव ने भी किया था मंजूर
अमरावती/दि.7– दर्यापुर के विधायक और कांग्रेस नेता बलवंत वानखडे ने दस्तावेजों के साथ दावा किया कि लासूर के आनंदेश्वर मंदिर विकास के लिए उन्होंने मविआ सरकार दौरान न केवल प्रयत्न किए, अपितु तत्कालीन पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के प्रयासों से 2021 में प्रस्तुत राज्य के अर्थसंकल्प में वित्त मंत्री अजीत पवार ने मंजूरी और घोषणा कर दी थी. जिसमें पूरे परिसर के सौंदर्यीकरण सहित अन्य सुविधाएं शामिल थी. आनंदेश्वर मंदिर लासूर सहित अन्य मंदिरों के विकास के लिए 101 करोड रुपए का प्रावधान कर देने का दावा वानखडे ने किया. विधायक वानखडे आज सभी कागजात, तत्कालीन मंदिर परिसर को भेंट देने के फोटो और अन्य जानकारी लेकर अमरावती मंडल से मिले.
* डीपीसी में उठाया विषय
विधायक वानखडे ने अमरावती मंडल को बताया कि उन्होंने आनंदेश्वर शिव मंदिर पौराणिक और हेरिटेज महत्व रखता है. इसलिए इसके परिसर विकास का सर्वप्रथम विषय उन्होंने डीपीसी की बैठक में उपस्थित किया था. उस समय यशोमति ठाकुर पालकमंत्री थी. क्षेत्र के पौराणिक मंदिरों के विकास के लिए वे भी दृढ प्रतिज्ञ थी.
* मंदिर को भेंट, विकास का प्रारुप
वानखडे ने बताया कि डीपीसी बैठक के बाद कुछ दिनों से विधायक वानखडे और यशोमति ठाकुर तथा अन्य नेताओं ने आनंदेश्वर मंदिर परिसर का दौरा किया. संपूर्ण अवलोकन किया गया. वहां की सुख सुविधा का जायजा लिया. आने वाले शिवभक्तों की संख्या का आंकलन कर विकास का प्रारुप बनाया गया. जिसे मंजूरी के लिए राज्य शासन को भेजा गया.
* सीएम ठाकरे ने ली दखल
दर्यापुर के विधायक ने दावा किया कि उस समय उद्धव ठाकरे सरकार थी. सरकार ने 12वीं सदी में बने आनंदेश्वर मंदिर के पौराणिक तथा ऐतिहासिक और हेरिटेज महत्व को जाना. तत्काल इसके विकास प्रारुप को स्वीकृति दी. विधायक महोदय ने तत्कालीन पत्राचार का ब्यौरा देते हुए बताया कि लासूर में तीर्थक्षेत्र की दृष्टि से सभी प्रकार के विकास कार्यो को वित्त व नियोजन विभाग ने उनके प्रयासों के कारण मंजूरी दे दी थी.
* बजट में आवंटन
विधायक वानखडे ने 8 मार्च 2021 को तत्कालीन वित्त मंत्री अजीत पवार व्दारा विधानमंडल में प्रस्तुत अर्थसंकल्प के दस्तावेज भी दिखाए. उन्होंने बताया कि इस बजट में प्रदेश के अन्य 6 मंदिरों के साथ दर्यापुर के लासूर के आनंदेश्वर मंदिर के विकास हेतु कुल 101 करोड का प्रावधान कर दिया गया था. मंदिर विकास के लिए 14.75 करोड का प्रारुप मंजूर हुआ था. विकास की योजना पर अमल शुरु हो रहा था.
* सुंदर प्रवेशव्दार, सुरक्षा दीवार
जिसमें मंजूरी के अनुसार मंदिर परिसर में भव्य प्रवेशव्दार, सुरक्षा दीवार के साथ ही पेयजल और स्वच्छता गृह मंजूर हो गए थे. इनका बांधकाम शुरु होने ही वाला था. वानखडे ने बताया कि पवित्र स्थल को भेंट देने वाले पर्यटकों, संशोधकोें, अध्ययनकर्ताओं और भाविकों के लिए अनेक व्यवस्थाएं प्रस्तावित थी. शांत, रमणीय जगह के संवर्धन पर उनका जोर था. जिसे सरकार ने भी मान्य किया था.
* मूल वास्तु सुरक्षित
विधायक वानखडे ने कहा कि आनंदेश्वर मंदिर 12वीं सदी में बना है. लगभग 3500 वर्गफीट का अतिभव्य पत्थर का बांधकाम है. मुख्य वास्तु को कोई धक्का न लगाते हुए सुख सुविधा उपलब्ध करने के साथ वहां विपशना केंद्र और शांति वन, मंदिर संवर्धन प्रस्तावित था. कांगे्रस नेता ने दावा किया कि पिछले 3 वर्षो से वे सतत प्रयत्नशील थे और उन्होंने शासन के विभागों से किए गए पत्राचार के भी कागजात बतलाए.