मनसे ने विद्युत दरवृध्दि के खिलाफ निकाला भव्य मोर्चा
जिलाधीश के जरिये सरकार को सौंपा ज्ञापन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.26 – कोरोना एवं लॉकडाउन काल के दौरान जहां एक ओर राज्य में नागरिकोें का अपरिमित आर्थिक नुकसान हुआ और आय के स्त्रोत बंद हो जाने की वजह से आर्थिक समीकरण पूरी तरह से गडबडा गये, वहीं दूसरी ओर ऐसे विपरित हालात में राज्य सरकार ने बिजली की दरें बढा दी. जबकि ऐसे समय सरकार द्वारा राज्य की जनता को बिजली दरों में छूट व सहूलियत दी जानी चाहिए थी. अत: राज्य की जनता की स्थिति, सुविधा व अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए सरकार ने विद्युत दरवृध्दि को वापिस लेना चाहिए. अन्यथा मनसे द्वारा इसके खिलाफ तीव्र आंदोलन शुरू किया जायेगा. इस आशय का ज्ञापन महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्वारा जिलाधीश शैलेश नवाल के मार्फत राज्य सरकार को भेजा गया.
खुद पार्टी प्रमुख राज ठाकरे के हस्ताक्षर से जारी किये गये इस ज्ञापन में कहा गया कि, कोरोना काल के दौरान अप्रैल, मई व जून माह में सभी व्यापार-व्यवसाय पूरी तरह से बंद थे और लोगबाग अपने घरों में ही थे. बावजूद इसके सभी उद्योगों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों एवं घरेलू ग्राहकों को भारी भरकम राशि के बिजली बिल भेजे गये है. वहीं दूसरी ओर सरकार ने पहले बिजली बिलों में छूट देने की बात कहते हुए बाद में यू-टर्न मार लिया. जबकि कोरोना काल के दौरान हर व्यक्ति ने सरकार का पूरी तरह से साथ दिया, लेकिन कोरोना काल के बाद सरकार अपने नागरिकों का साथ नहीं दे रही. ऐसे में सरकार की इस मनमानी के खिलाफ हम असहयोग आंदोलन शुरू करने जा रहे है. जिसके तहत सभी लोगों से कहा जा रहा है कि, वे अपने विद्युत बिल अदा न करे. और यदि लोगों के विद्युत कनेक्शन काटने का प्रयास किया गया, तो समूचे राज्य में सरकार के खिलाफ तीव्र आंदोलन किया जायेगा.
इस आंदोलन व मोर्चा में मनसे के जिलाध्यक्ष पप्पू पाटील, महानगर अध्यक्ष संतोष बद्रे, उपजिलाध्यक्ष राजेंद्र गायगोले, राज पाटिल व गौरव बान्ते, जिला संगठक प्रवीण डांगे सहित सर्वश्री हर्षल ठाकरे, धीरज तायडे, नितीन लुंगे, विपुल हिवसे, गजानन काजे, निलेश मुधोलकर, नितेश शर्मा, सुरेश चव्हाण, विवेक पवार, भूषण फरतोडे, मनोज तायडे, शुभम वानखडे, सचिन बावनेर, राजेश देशमुख, राजेंद्र देवडा, प्रफुल तायडे, विजय पोटे, वारधन इंगोले, आदित्य फुले, ुसुधाकर फुलांबरकर, तेजस पेठे, रोशन लोखंडे, देव कुरवाडे, पुष्पम ढोले, गौरव बेलूरकर, संकल्प कुथे, ऋतुज डायलकर व शशांक पाथरे आदि पदाधिकारी व मनसे सैनिक उपस्थित थे.