प्रदेश में खसरा के 10 हजार से अधिक संदिग्ध मरीज
पिछले चार वर्षों में सबसे ज्यादा फैलाव
मुंबई/दि.28- मुंबई सहित प्रदेश में खसरा की साथ तेज हो चली है. संदिग्ध मरीजों की संख्या 10,544 हो गई है. अब तक 13 लोगों की जान चली गई है. इस बीच जिला प्रशासन और मनपा को आदेश दिए गए हैं कि खसरा पर नियंत्रण करने कोविड समान विलगीकरण का प्रबंध किया जाए. सबसे ज्यादा 3831 रुग्ण मुंबई में हैं. यहीं अब तक 10 व्यक्तियों की जान खसरे के कारण चली गई है.
* मालेगांव में 757
मुंबई के बाद संदिग्ध मरीजों की संख्या में 757 मरीजों के साथ मालेगांव दूसरे नंबर पर है. भिवंडी में 446, ठाणे में 303, ठाणे ग्रामीण मेंं 117, नवी मंबई में 210, वसई विरार में 117, पनवेल में 131 मरीज संदिग्ध बताये गए हैं. वहीं 658 मरीजों को खसरा होने की पुष्टि हो गई है. मुंबई से सटे ठाणे में 44 मरीज मिले है. अभी अनेक मरीजों की रिपोर्ट आनी शेष है. जिससे निश्चित ही आंकड़ा बढ़ने की आशंका है. प्रशासन सभी प्रकार की सावधानी बरतने की बात कर रहा है. देखा जाये तो पिछले 4 वर्षों में खसरा इस बार कोहराम मचा रहा है. पिछले वर्ष प्रदेश में 3668, उसके पिछले वर्ष 2020 में 2150 और 2019 में 1337 मरीज पाये गए थे. एक उच्चस्तरीय बैठक में खसरा के बारे में समीक्षा की गई. टास्कफोर्स ने खसरा पीड़ित बच्चों को कम से कम सात दिन विलगीकरण करने के निर्देश जिला प्रशासन और मनपा को दिये है. उसी प्रकार कुपोषित बच्चों को खसरा होने पर उस पर अधिक ध्यान देने कहा गया है. ऐसे बच्चों को आवश्यक पोषण और जीवनसत्व अ की खुराक देने भी कहा गया है.