छह महिने में 600 से ज्यादा बच्चे कोरोना संक्रमित
सालभर में 0 से 12 वर्ष आयुगुट के 1040 बालकों की नोंद
अकोला/प्रतिनिधि दि.15 – पिछले तीन महिने से जिले में कोरोना के गंभीर मरीजों की संख्या तेजी से बढ रही है. मरीजों में युवाओं के साथ ही बालकों का प्रमाण भी काफी दिखाई दे रहा है. पिछले छह महिने में तकरीबन 600 से ज्यादा बालकों को कोरोना की बाधा होने की सनसनीखेज जानकारी सामने आयी है. सभी बालक 0 से 12 वर्ष आयुगुट के रहने से पालकों ने मासूमों की विशेष निगाह रखने का आह्वान वैद्यकीय अधिकारियों की ओर से किया जा रहा है.
जिले में कोरोना के गंभीर मरीजों की संख्या तेजी से बढ रही है. इसी बीच 0 से 12 आयुगुट के मासूमों में कोरोना का बढता प्रादुर्भाव पालकों की चिंता बढाने वाला साबित हो रहा है. पिछले छह महिने में तकरीबन 600 से ज्यादा बालकों को कोरोना की बाधा हुई है. सालभर ेमें तकरीबन 1 हजार से ज्यादा बालकों को कोरोना की बाधा हुई है. सालभर की तुलना में पिछले छह महिने का आंकडा ज्यादा है. बालकों में कोविड के संसर्ग का धोका कायम है. कोरोना का संभाव्य खतरा ध्यान में रखकर पालकों ने विशेष खबरदारी बरतने की जरुरत रहने का आह्वान वैद्यकीय अधिकारियों व्दारा किया जा रहा है.
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पालक सतर्कता बरते
छोटे बच्चों को विलगीकरण में रखना संभव नहीं है. जिससे छोटे बच्चे कोरोना के सुपर स्प्रेडर साबित हो सकते है. मात्र पालकों ने योग्य सतर्कता बरती तो बालकों से अन्यों को कोरोना का संक्रमण नहीं होगा, उसके लिए सभी ने मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए तथा संभव हुआ तो बडे बालकों को भी मास्क पहनना, नियमित हाथ धोना तथा अन्यों से सुरक्षित दूरी रखने बाबत मार्गदर्शन करने की जरुरत है.
पिछले छह महिने में तकरीबन 600 बालकों को कोरोना की बाधा हुई है. बालकों की रोगप्रतिकारक शक्ति अच्छी रहने से कोरोना का ज्यादा प्रभाव उनपर नहीं पड रहा है. फिर भी पालकों ने आवश्यक खबरदारी लेने की आवश्यकता है.
– डॉ.विनीत वरठे, बालरोग विशेषज्ञ, जिएमसी अकोला