आधे से अधिक विद्यार्थी फर्स्टक्लास में पास
संभाग में 14 हजार से अधिक विद्यार्थियों को प्रावीण्य
* द्वितीय श्रेणी में 53985 विद्यार्थी
अमरावती/दि.25- संभागनिहाय परीक्षाफल में अमरावती का नंबर 92.75 प्रतिशत के साथ चौथे नंबर पर रहा. उसमें भी कुल उत्तीर्ण 128521 विद्यार्थियों में आधे से अधिक 59471 विद्यार्थी फर्स्टक्लास में उत्तीर्ण रहे. उसमें 14015 छात्र-छात्राओं ने तो 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त कर 12 वीं बोर्ड की एक्जाम उत्तीर्ण की. पड़ोसी नागपुर संभाग में यह आंकड़े ऐसे है कि केवल 6748 विद्यार्थियों को 75 प्रतिशत से अधिक मार्क मिले हैं. प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं का आंकड़ा 32454 रहा. 71359 विद्यार्थी द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं. पूरे प्रदेश में 131561 विद्यार्थियों ने प्रावीण्य हासिल किया है. जबकि 4 लाख 12 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं प्रथम श्रेणी में रहे हैं.
रिजल्ट बेहतर, मेरिट कम
आज घोषित बोर्ड के परीक्षाफल में कई रोचक तथ्य उजागरहुए हैं. 96 प्रतिशत के साथ प्रदेश में अव्वल कोंकण संभाग में केवल 1901 विद्यार्थियों को मेरिट प्राप्त हुआ है. ऐसे ही प्रथम श्रेणी में भी 7563 विद्यार्थी कोंकण रिजन में पास हुए हैं. मुंबई का परीक्षाफल भले ही 88 प्रतिशत के साथ सभी 9 बोर्ड में कम रहा. किन्तु वहां 116206 विद्यार्थी फर्स्टक्लास में पास हुए हैं. कोंकण बोर्ड में पास श्रेणी के छात्र-छात्राओं की संख्या 2857 रही है. वहां लगभग 26हजार विद्यार्थी परीक्षा में बैठे. करीब 25 हजार उत्तीर्ण हो गए.
लड़कों के मुकाबले बेटियों का नतीजा बेहतर
एक बार फिर लड़कों की तुलना में लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत बेहतर रहा है. प्रदेश में परीक्षा में बैठी कुल छात्राओं में से 93.73 प्रतिशत छात्राएं सफल रही. जबकि लड़कों का परीक्षाफल 89.14 प्रतिशत रहा है. साफ है कि लड़कियां 4.59 प्रतिशत के साथ काफी आगे है. अमरावती संभाग में कुल 64364 छात्राएं परीक्षा में बैठी थी, जिसमें से 61042 छात्राएं सफल रही. उत्तीर्ण प्रतिशत 94.83 रहा. जबकि 74200 लड़कों में से 67479 छात्र उत्तीर्ण रहे. उनका पास प्रतिशत 90.94 रहा. लड़कियों के उत्तीर्ण होने के मामले में अमरावती संभाग कोंकण और पुणे के बाद तीसरे नंबर पर रहा.
दिव्यांगों का कमाल, 5673 उत्तीर्ण
प्रदेश के 9 विभागीय मंडलों में सभी शाखाओं से 6072 दिव्यांग विद्यार्थी परीक्षा में बैठे. उसमें से 5673 उत्तीर्ण रहे. उनका उत्तीर्ण प्रतिशत 93.43 रहा. पुनर्परीक्षा के 35583 छात्र-छात्राओं में से केवल 44 प्रतिशत अर्थात 15775 विद्यार्थी सफल रहे. ऐसे ही निजी विद्यार्थी के रुप में 35834 छात्र-छात्राएं इम्तेहान में शामिल हुए. 82 प्रतिशत से अधिक अर्थात 29526 ने बारहवीं की क्लास पार कर ली. उल्लेखनीय है कि कक्षा 12 वीं उत्तीर्ण करने के बाद अनेकानेक शाखाओं में विद्यार्थी जा सकते हैं. उनकी उच्च शिक्षा का महत्वपूर्ण बेस बारहवीं की एक्जाम मानी जाती है.
विज्ञान शाखा सर्वश्रेष्ठ
नतीजों की शाखानिहाय मीमांसा करें तो विज्ञान शाखा के सर्वाधिक 96 प्रतिशत विद्यार्थी सफल रहे हैं. इस मामले में 90.42 प्रतिशत के साथ कॉमर्स छात्र-छात्राएं दूसरे नंबर पर, 89,25 प्रतिशत के साथ वोकेशनल के छात्र-छात्राएं तीसरे नंबर पर एवं 84.05 प्रतिशत के साथ कला संकाय के विद्यार्थी चौथे नंबर पर रहे. आइटीआइ के 2956 विद्यार्थी 12 वीं कक्षा पास कर गए. उनका प्रतिशत 90 से अधिक रहा.
* 23 विषय का रिजल्ट शतप्रतिशत
माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा 12वीं की 154 विषयों ेंमें परीक्षा ली थी. 23 विषयों का निकाल 100% रहा. जिस कोकण विभाग की 96% रिजल्ट के साथ वाहवाही हो रही है. वहां केवल 26 हजार विद्यार्थी परीक्षा में बैठे थे. जबकि इससे अधिक विद्यार्थी अमरावती और बुलढाणा जिले में रहे हैं. अमरावती में 34398 तो बुलढाणा में 33039 छात्र-छात्राओं ने 12वीं का एग्जाम दिया था.