विद्यापीठ की कोविड लैब में हुई एक लाख से अधिक सैम्पलों की जांच
1 लाख 1 हजार 834 सैम्पलों में से 18 हजार 173 की रिपोर्ट आई पॉजीटिव
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लैब में विषाणु विशेषज्ञों की टीम दिन रात कर रही काम
अमरावती / प्रतिनिध दि. 24 – करीब 11 माह पहले अमरावती में कोरोना वायरस से संक्रमित पहला मरीज पाया गया था, जिसके बाद धीरे धीरे यह संक्रमण शहर सहित समूचे जिले में फैलता चला गया. इस बात के मद्देनजर अमरावती जिले में पहली बार कोविड टेस्ट लैब शुरू करने का निर्णय लिया गया और 4 मई 2020 को स्थानीय संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ में जिले की पहली कोविड टेस्ट लैब शुरू की गई. इस लैब में सब से लेकर अब तक यानि सोमवार 22 फरवरी तक 1 लाख से अधिक थ्रोट स्वैब सैम्पलों की टेस्टींग की गई है. वहीं मंगलवार तक कुल 1 लाख 1 हजार 834 सैम्पलों की जांच का काम पूरा किया गया, जिसमें से 18 हजार 173 सैम्पलों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है. वहीं शेष सैम्पलों की रिपोर्ट निगेटिव रही. साथ ही अब भी कुछ सैम्पलों की जांच का काम प्रलंबित है.
बता दें कि कोरोना संक्रमण काल के शुरूआती दौर में अमरावती में कोविड टेस्ट लैब की सुविधा उपलब्ध नहीं थी तथा प्रारंभिक दौर में सभी कोरोना संदेहितों के सैम्पलों को जांच हेतु नागपुर व अकोला सहित वर्धा की सरकारी प्रयोगशालाओं में भिजवाना पड़ता था, जिससे रिपोर्ट मिलने में चार से पांच दिन का समय लगा करता था. ऐसे में स्थानीय जनप्रतिनिधियों व प्रशासन द्वारा अमरावती में कोविड टेस्ट लैब शुरू करने के प्रयास किये गये और संगाबा अमरावती विवि में कोविड टेस्ट लैब स्थापित की गई. यह लैब बेहद कारगर और उपयोगी साबित हुई, क्योंकि मई माह के बाद से सितंबर माह तक अमरावती शहर सहित जिले में संक्रमण बड़ी तेज रफ्तार से फैला और संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई. वहीं सितंबर माह के बाद धीरे धीरे संक्रमण की रफ्तार व संक्रमितों की संख्या घटनी शुरू हुई. हालांकि इसके बावजूद इस लैब ने अपना काम जारी रखा. वहीं अब विगत 20-25 दिनों से अमरावती में कोरोना को लेकर हालात दोबारा विस्फोटक होने लगे हैं और इस बार पहले की तुलना में कई गुना अधिक रफ्तार से कोरोना फैल रहा है. ऐसे में प्रशासन द्वारा टेस्टिंग का प्रमाण बढ़ा दिया गया है और रोजाना सैकड़ों कोरोना संदेहितों के सैम्पल लेकर उन्हें जांच हेतु कोविड टेस्ट लैब में भेजा जा रहा है. इससे पहले इस लैब में रोजाना पांच सौ से सात सौ सैम्पल जांच हेतु भिजवाए जाते थे, वहीं अब यह संख्या एक हजार से अधिक हो गई है. इस कोविड टेस्ट लैब की शुरूआत से अबतक यहां पर 1 लाख 1 हजार 834 सैम्पलों को जांचा जा चुका है, जिसमें से 18 हजार 173 सैम्पलों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है, वहीं 81 हजार 837 सैम्पलों की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई.
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तीन शिफ्ट में दिन रात चल रहा काम
इस कोविड टेस्ट लैब में इस समय विद्यापीठ के कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर तथा लैब के नोडल अधिकारी डॉ. प्रशांत ठाकरे की टीम द्वारा तीन शिफ्टों में दिन रात काम किया जा रहा है. इस टीम में कुल 30 तकनीकी विशेषज्ञों का समावेश है, जो लगातार कोरोना संदेहित मरीजों के थ्रोट स्वैब सैम्पलों की जांच कर रहे हैं. जिनमें तकनीकी अधिकारी डॉ. नीरज धनवटे, प्रशासकीय अधिकारी डॉ. प्रा. रोशन गावंडे, पैथॉलॉजिस्ट डॉ. मुकेश बारंगे व डॉ. सुधीर शेंडे तथा सकनीकी सहायक नीलू सोनी, प्रज्ञा साऊरकर, पूजा मांडविया, अमृता कसुलकर, रेशमा धर्माले, शुभदा माहुते, अपर्मा जाधव, श्रृतिका उभाड, गोपाल मापारी, प्रसाद चांभारे, अक्षय शिंदे का समावेश है.