श्री क्षेत्र कौंडण्यपुर को भी पालखी मार्ग से जोडा जाये
पालकमंत्री यशोमति ठाकुर का केंद्रीय मंत्री गडकरी से निवेदन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.21 – माता रूख्मिणी का मायका रहनेवाले श्री क्षेत्र कौंडण्यपुर की पालखी का महाराष्ट्र की वारी परंपरा में बेहद महत्वपूर्ण स्थान है. 427 वर्ष पुरानी परंपरा का जतन करने हेतु कौंडण्यपुर को राज्य में साकार हो रहे पालखी मार्ग से जोडा जाये. इस आशय का निवेदन राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी से किया गया.
बता दें कि, केंद्र पुरस्कृत पालखी मार्ग योजना अंतर्गत शेगांव, अकोला, मेडशी, अंबेजोगाई, परली, मंगलवेढा व पंढरपुर मार्ग बनाया जाना प्रस्तावित है और कुछ स्थानों पर इस काम की शुरूआत भी हो गई है. जिसके चलते जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी से मुलाकात करते हुए उन्हें बताया कि, अमरावती शहर से महज 40 किमी की दूरी पर रामायणकालीन व महाभारतकालीन कौंडण्यपुर स्थित है. जहां से विगत 427 वर्षों से पंढरपुर हेतु वारी व पालखी यात्रा का आयोजन किया जाता है. ऐसे में यदि कौंडण्यपुर को भी इस पालखी मार्ग से जोडा जाता है, तो इस प्राचीन पालखी परंपरा के लिए अत्याधुनिक मार्ग की सुविधा उपलब्ध होगी. अत: इस पालखी मार्ग का प्रारंभ अमरावती जिले के कौंडण्यपुर से किया जाना चाहिए.