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मैडम मुंबई से मेरी सुपारी लेकर आयी, मुझे खत्म करने का हो रहा प्रयास

मजीप्रा की वीडियो कांफ्रेंसिंग में ठेकेदार के बिगडे बोल

  • मजीप्रा अधिकारियों ने बयान का किया निषेध, वरिष्ठों से की शिकायत

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२७- अमृत अभियान अंतर्गत प्रगती पथ पर रहनेवाली अमरावती जलापूर्ति योजना की प्रगति के साथ ही ठेकेदारों व मजीप्रा की समस्याओं का समाधान करने हेतु बैठक आयोजीत करने को लेकर मजीप्रा के ठेकेदार पी. एल. आडके ने मजीप्रा प्रादेशिक विभाग के मुख्य अभियंता से निवेदन किया था. जिसके अनुसार 24 नवंबर की शाम 5 बजे झूम ऍप के जरिये वीडियो कांफ्रेंसिंग आयोजीत की गई थी. जिसकी लिंक ठेकेदार आडके सहित सभी संबंधित अधिकारियों को भेजी गयी थी. लेकिन अपने ही निवेदन पर बुलायी गयी इस झूम मीटिंग में अव्वल तो ठेकेदार आडके शामिल ही नहीं हुए और बाद में जब उनसे मोबाईल के जरिये संपर्क साधा गया, तो उन्होंने एक विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि, उनकी वीडियो कांफ्रेंसिंग जॉईन करने और ‘मैडम’ से बात करने की इच्छा नहीं है. ‘मैडम’ मुंबई से मेरी सुपारी लेकर आयी है और उन्होंने मेरा काम बंद करने के साथ ही मुझे खत्म करने का विचार शुरू किया है. इसीलिए उन्हें अमरावती के मुख्य अभियंता पद का जिम्मा सौंपा गया है. यहा यह विशेष उल्लेखनीय है कि, यह बात ठेकेदार आडके ने 24 नवंबर की शाम 5.51 बजे खुद अधिक्षक अभियंता के मोबाईल पर फोन करते हुए कही. इस समय सभी लोग वीडियो कांफ्रेंसिंग में मौजूद थे और अधिक्षक अभियंता के फोन का लाउडस्पीकर शुरू था. जिसकी वजह से ठेकेदार आडके द्वारा कही गयी इस बात को सभी ने सुना और इसे सुनकर सभी लोग सन्न रह गये.
इस संदर्भ में मिली विस्तृत जानकारी के मुताबिक ठेकेदार आडके द्वारा 20 नवंबर को किये गये निवेदन के अनुसार मजीप्रा द्वारा मुख्य अभियंता के निर्देश पर 24 नवंबर की शाम 5 बजे झूम ऍप के जरिये वीडियो कांफ्रेस आयोजीत की गई थी.ि जिसमें अधिक्षक अभियंता, कार्यकारी अभियंता, सहायक मुख्य अभियंता, शाखा अभियंता तथा मुख्य अभियंता समय पर उपस्थित हो गये. किंतु ठेकेदार पी. एल. आडके इस कांफ्रेंस में उपस्थित नहीं हुए. जिसके बाद शाम 5.27 बजे मुख्य अभियंता के निर्देशानुसार अधिक्षक अभियंता ने दो बार ठेकेदार आडके के मोबाईल पर फोन किया, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिसाद नहीं मिला. बाद में सहायक मुख्य अभियंता लोखंडे ने भी ठेकेदार आडके को फोन किया, लेकिन इस बार भी कोई प्रतिसाद नहीं मिला. जिसके बाद अधिक्षक अभियंता व सहायक मुख्य अभियंता द्वारा ठेकेदार आडके को वीडियो कांफ्रेंस में उपस्थित होने हेतु वॉटसऍप के जरिये मैसेज भेजा गया. जिसे उन्होंने कुछ ही देर में देखकर पढ भी लिया, पर इसके बाद शाम 5.51 बजे ठेकेदार आडके ने अधिक्षक अभियंता को फोन लगाया. इस समय वीडियो कांफ्रेंसिंग शुरू रहने के चलते मुख्य अभियंता की सहमति से इस कॉल को लाउडस्पीकर पर शुरू किया गया. और इस संभाषण के दौरान ठेकेदार पी. एल. आडके ने उपरोक्त विवादास्पद बात कही.
जिसके बाद मुख्य अभियंता ने अधिक्षक अभियंता को कहा कि, ठेकेदार आडके से सीधे उनके साथ बात करने हेतु कहा जाये. जिसके चलते अधिक्षक अभियंता ने ठेकेदार आडके को शाम 5.54 बजे मोबाईल पर मुख्य अभियंता से संपर्क करने हेतु कहा और इसके बाद ठेकेदार आडके ने मुख्य अभियंता से फोन पर संपर्क किया. यह संभाषण भी वीडियो कांफ्रेंसिंग पर होने की वजह से लाउडस्पीकर पर था और सभी लोग पूरी बातचीत सुन रहे थे. इस समय मुख्य अभियंता ने ठेकेदार आडके को समझाने का प्रयास किया कि, उनके निवेदन पर ही यह ऑनलाईन बैठक आयोजीत की गई है. अत: वे फोन पर बोलने की बजाय झूम मिटींग में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखे. जिसके लिए उन्हेें पूरा समय दिया जायेगा, लेकिन ठेकेदार आडके कुछ भी सुनने की मनस्थिति में नहीं थे और उन्होेंने बडे असभ्य ढंग से कहा कि, उन्हें ऐसे किसी मिटींग की जरूरत नहीं है और वे मुख्य अभियंता से कोई बात नहीं करना चाहते.
इस पूरे घटनाक्रम के तहत एक वरिष्ठ महिला अधिकारी से वर्ग-1 ठेकेदार द्वारा किये गये असभ्य संभाषण का सभी उपस्थित अधिकारियों ने निषेध किया और मजीप्रा के सदस्य सचिव व जलापूर्ति मंत्री एवं राज्यमंत्री सहित जिला पालकमंत्री तथा जिले के सभी जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों एवं मजीप्रा ठेकेदार

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