अमरावतीमुख्य समाचार

मनपा क्षेत्र में ठप्प पडा है मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी अभियान

  • २० सितंबर से नहीं हो रहा कोई खास कामकाज

  • आशावर्करों की हडताल से काम प्रभावित

  • १३ में से केवल ५ सेंटर हैं शुरू, २५२ में से मात्र १०० आशावर्कर हैं काम पर

अमरावती/प्रतिनिधि दि.६– राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे द्वारा विगत १५ सितंबर से समूचे राज्य में मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी अभियान शुरू करने की घोषणा की गई थी. जिसके बाद इस अभियान के तहत लोगों के घर-घर जाकर उनकी स्वास्थ्य जांच करने और बीमारियों का सर्वेक्षण करने का काम बडे जोर-शोर से शुरू हुआ था, लेकिन पता चला है कि, अमरावती मनपा क्षेत्र में महज पांच दिनों के भीतर ही यह अभियान पूरी तरह से टांय-टांय फिस्स हो गया है और विगत २५ सितंबर से मनपा क्षेत्र के १३ में से करीब ८ सेंटरों पर स्वास्थ्य सर्वेक्षण एवं स्वास्थ्य जांच का कोई काम नहीं हो रहा. इसके बारे में ज्ञात हुआ है कि, अमरावती मनपा अंतर्गत कुल २५२ आशा वर्कर कार्यरत है. जिसमें से इस समय केवल १०० आशावर्कर ही काम पर उपस्थित है और शेष १५२ आशावर्कर मानधन वृध्दि सहित अपनी कई प्रलंबित मांगोें को लेकर विगत लंबे समय से हडताल पर है. ऐसे में कोई पर्यायी व्यवस्था नहीं रहने के चलते मनपा क्षेत्र में मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी अभियान लगभग पूरी तरह से ठप्प पडा हुआ है. बता दें कि, अमरावती मनपा क्षेत्र में मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी अभियान के लिए कुल १३ सेंटर बनाये गये थे और हर सेंटर पर २०-२० आशा सेविकाओं की नियुक्ती की गई थी. इसके तहत हर एक आशावर्कर पर तीन-तीन हजार लोगों की स्वास्थ्य जांच एवं बीमारियों का सर्वेक्षण करने का जिम्मा सौंपा गया था, लेकिन विगत २० सितंबर से अमरावती मनपा क्षेत्र के आठ सेंटरों पर किसी तरह का कोई काम नहीं हो रहा है और इन सेंटरों के अंतर्गत आनेवाले रिहायशी इलाकों में स्वास्थ्य सर्वेक्षण का काम पूरी तरह से ठप्प पडा हुआ है. ऐसे में शहर के हजारों नागरिकोें तक मेरा परिवार-मेरी जिम्मेदारी अभियान की अब तक पहुंच नहीं बन पायी है.
इस अभियान का काम बंद रहनेवाले क्षेत्रों में भाजीबाजार व महेंद्र कालोनी सहित मुस्लिम बहुल इलाकों का समावेश है. इसके अलावा जिला सामान्य अस्पताल व जिला स्त्री अस्पताल के पास भी स्वास्थ्य जांच व स्वास्थ्य सर्वेक्षण हेतु भेजने के लिए आशावर्कर उपलब्ध नहीं है. ऐसे में आशावर्करों की हडताल की वजह से इस अभियान का कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. वहीं जिन पांच सेंटरों में इस अभियान के तहत सर्वेक्षण का काम चल रहा है, केवल उन्हीं इलाकों की रिपोर्ट मनपा प्रशासन द्वारा जिलाधीश कार्यालय को भेजी जा रही है. ऐसे में यह कहना अतिशयोक्ती नहीं होगा कि, चूंकि इन दिनों अमरावती मनपा क्षेत्र में स्वास्थ्य सर्वेक्षण का काम भी लगभग ठप्प हो चुका है. अत: बेहद कम लोगों की स्वास्थ्य जांच हो रही है. संभवत: यह भी एक वजह है कि, इन दिनों अमरावती मनपा क्षेत्र में मिलनेवाले कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या घट गयी है, लेकिन यदि यह आशंका सही है तो इससे बेहद खतरनाक स्थिति कहा जा सकता है, क्योंकि स्वास्थ्य जांच के अभाव में कई लोग कोरोना सदृश्य लक्षण रहने के बावजूद इसकी जानकारी नहीं रहने की वजह से समाज एवं सार्वजनिक स्थलों पर खुलेआम घुम रहे है.

Related Articles

Back to top button