* लाइफ सपोर्ट निकाला-डॉ. काकाणी
अमरावती/दि.14– राकांपा की महिला जिलाध्यक्ष रही और मिनी मंत्रालय में जनप्रतिनिधि के रुप में कार्य कर चुकी चंद्रप्रभा उर्फ माईसाहब बोके जीवित हैं. उनके निधन का समाचार भूलवश दे दिया गया था. जिसके लिए उनके सुपुत्र विक्रम बोके ने सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों पर खेद भी व्यक्त किया है. माईसाहब का राजापेठ क्षेत्र के रेडिएंट अस्पताल में उपचार जारी रहने की जानकारी न्यूरो सर्जन डॉ. आनंद काकाणी ने अमरावती मंडल को आज दोपहर दी. उन्होंने बताया कि माईसाहब का लाइफ सपोर्ट गत शाम परिजनों की सम्मति से निकाला गया है. उनकी सांसे अभी भी चल रही है.
* 10 दिनों से भर्ती
प्रदेश में समाजकार्य विशेषकर शिक्षा क्षेत्र में राज्यस्तरीय और राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त माईसाहब को दस रोज पहले लकवा के कारण अस्पताल में दाखिल किया गया था. तब से उनका उपचार शुरु है. डॉ. काकाणी ने बताया कि उन्हें पार्किंसंस और डिमेंशिया की भी शिकायत है. साथ ही उन्होंने बताया कि माईसाहब की कंडिशन क्रिटकल है. अभी हार्ट रेट व पल्स रेट चल रही है.
* परिजनों ने दी थी खबर
माईसाहब के देहांत की खबर परिजनों व्दारा प्रसारित किए जाने की जानकारी शहर जिला कांग्रेस के एक नेता ने दी. उन्होंने बताया कि उनके ड्राइवर ने जाकर रेडिएंट अस्पताल में कंफर्म किया है. माईसाहब जीवित है. इस नेता ने दावा किया कि बोके परिवार की तरफ से गलत खबर दिए जाने के लिए खेद भी व्यक्त किया गया है. बता दें कि माईसाहब को पुत्र विक्रम और तीन पुत्रियां रागिनी, रोहिनी, पद्मिनी है. श्रीमती बोके को कोई दशकभर पहले स्त्री शक्ति का राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है. वे मूल रुप से वरखेड निवासी हैं.