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अनुदान लूटने परिचित महिलाओं के नाम देहविक्रेताओं की सूची में

आपदा में अवसर... नागपुर में सामने आया अजीबोगरीब घोटाला

  • कोरोना काल में भूखमरी टालने देहविक्रेता महिलाओं को दिया था अनुदान

अमरावती/प्रतिनिधि दि.20 –  सरकारी अनुदान लूटने के लिए कमाल का दिमांग चलाने का प्रकार नागपुर में सामने आया है. देहविक्री का व्यवसाय करने वाली महिलाओं की कोरोना महामारी के समय भूखमरी न हो, इस कारण सरकार ने सानुग्रह अनुदान दिया था. दलालों ने यह अनुदान लूटने के लिए इस व्यवसाय में न रहने वाली परिचित सर्वसामान्य महिलाओं के नाम भी सूची में डाल दिये. यह गंभीर प्रकार सामान्य महिलाओं के ध्यान में आने से इस मामले का पर्दाफाश हुआ. जिससे प्रशासन भी सतर्क हुआ है.
शासकीय अनुदान के लिए धोखाधडी के अनेक प्रकार इससे पहले भी प्रकाश में आये है. किंतु यह प्रकार सामान्य महिलाओं के लिए बदनामी कारक रहने से डर के मारे किसी ने भी इसकी शिकायत संबंधित विभाग अथवा पुलिस में नहीं की. कोरोना की पहली लहर रोकने सरकार ने लॉकडाउन लगाया. परिणाम स्वरुप अनेकों के रोजगार डूब गए. इसका परिणाम देहविक्री करने वाली महिलाओं पर भी हुआ. न्यायालय ने इसकी दखल लेकर सरकार को उनकी मदद करने के आदेश दिये. सरकार के महिला व बालकल्याण विभाग ने देहविक्री के व्यवसाय में रहने वाली महिलाओं के लिए अक्तूबर से दिसंबर 2020 इस तीन महिने की समयावधि के लिए 15 हजार रुपए व उन्हें 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे रहे तो 7 हजार 500 रुपए अनुदान देने का निर्णय लिया था. उसके लिए महिला व बालकल्याण विभाग ने जिला एड्स प्रतिबंधक व नियंत्रण दल के माध्यम से देहविक्री व्यवसाय में काम करने वाली महिलाओं के आवेदन मांगे. जिला एड्स प्रतिबंध व नियंत्रण दल ने इस क्षेत्र में काम करने वाली कुछ संस्थाओं को यह काम दिया था.

  • ऐसा हुआ भंडाफोड

शासकीय अनुदान लूटने के लिए दलालों ने इस व्यवसाय में न रहने वाली सामान्य घर की अपने ही परिचित महिलाओं की झूठी जानकारी देकर उनके पास से कागजात जमा किये. अनुदान मिलने के बाद 50 प्रतिशत रकम दलाल ने मांगे. संबंधित महिला के खाते में अनुदान जमा होने के बाद दलाल ने महिला से 75 प्रतिशत रकम मांगी. महिला ने यह रकम देने से इंकार किया और अनुदान के संदर्भ में जानकारी जानने के बाद उन्हें धक्का ही लगा, लेकिन यह प्रकरण बदनामी करने वाला रहने से इस मामले में महिलाओं ने चुप्पी साधी.

  • इस क्षेत्र में हुआ प्रकार

शहर के बाबुलखेडा, नंदनवन, शंभूनगर, मंगलमुर्ति नगर, धम्मदीप नगर इस क्षेत्र की सामान्य घर की महिलाओं के साथ यह प्रकार घटीत हुआ, लेकिन किसी ने भी इस मामले में शिकायत नहीं दी.

  • 2,705 महिलाओं की सूची विभाग के पास है

महिला व बालविकास विभाग ने जिला एड्स प्रतिबंधक व नियंत्रण पथक की ओर से ऐसे महिलाओं की सूची मांगी. इस दल ने 2 हजार 705 महिलाओं की सूची विभाग को भेजी. विभाग ने बैंक के पास वह सूची भेजी. इसमें से 15 महिलाओं ने दी हुई जानकारी में बैंक को खामियां दिखाई देने से निधि जमा नहीं किया. सूत्रों की जानकारी के अनुसार व्यवसाय में सक्रीय रहने वाली 1400 के करीब महिलाएं जिले में हैं.

सरकार ने दिये हुए निर्देशानुसार व एड्स प्रतिबंध व नियंत्रण दल की ओर से आयी हुई सूची के अनुसार हमने कार्रवाई की है.
अपर्णा कोल्हे, जिला महिला व बालकल्याण अधिकारी, नागपुर

नागपुर जिले में ऐसा कोई भी प्रकार नहीं हुआ. जिन महिलाओं की सूची हमने महिला व बालकल्याण विभाग को भेजी है. उन हर महिलाओं की नोंद हमारे पास है. जिन महिलाओं के साथ धोखाधडी हुई, उन्हें आप हमारे यहां ले आये.
फाले, जिला कार्यक्रम अधिकारी, एड्स प्रतिबंध व नियंत्रण दल

इससे पहले कुछ जिलों में यह प्रकार सामने आये है. उस संबंध में कार्रवाई कर संबंधित संस्था को हमने ब्लैकलिस्ट किया है. इस संबंध में नागपुर से भी शिकायतें आयी तो, जिलाधिकारी के माध्यम से संस्था पर कार्रवाई करेंगे.
यशोमती ठाकूर, महिला व बालकल्याण मंत्री

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