अमरावती/प्रतिनिधि दि.5 – विगत दिनो उजागर हुए धैर्य परमार नामक डेढ माह की आयुवाले मासूम बच्चे के अपहरण व जिंदा ही कुएं में फेंककर हत्या कर दिये जाने के मामले में गत रोज राजापेठ पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गई धैर्य की मां नम्रता परमार को स्थानीय अदालत ने आगामी 8 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश दिया है.
बता दें कि, विगत रविवार 29 नवंबर को स्थानीय न्यू प्रभात कालोनी परिसर में से डेढ माह की आयुवाला धैर्य परमार अपरान्ह डेढ बजे अकस्मात ही अपने घर से लापता हो गया था. जिसके बाद परिवार की शिकायत पर राजापेठ पुलिस ने इस बच्चे की युध्दस्तर पर खोजबीन करनी शुरू की. लेकिन उसका कहीं पर भी पता नहीं चला. वहीं इसके दूसरे दिन सोमवार 30 नवंबर की सुबह 8.30 बजे धैर्य परमार की लाश घर के आंगन में ही स्थित कुएं से बरामद हुई थी. ऐसे में यह अपने आप में बडा पेचिदा सवाल था कि, आखिर डेढ माह का धैर्य परमार अपने पलंग से कुएं में कैसे पहुंच गया. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि, कुएं में गिरने से पहले धैर्य परमार जीवित था और कुएं के पानी में डूबने की वजह से उसकी मौत हुई थी. इस घटना के उजागर होने के बाद पुलिस ने लगातार करीब पांच दिनों तक मामले के हर पहलू की जांच-पडताल की. इसके पश्चात संदेह एवं परिस्थितीजन्य साक्ष्यों के आधार पर शुक्रवार की शाम मृतक धैर्य परमार की मां नम्रता परमार को अधिकारिक रूप से हिरासत में लिया गया. हालांकि इससे पहले भी नम्रता परमार से पुलिस द्वारा दो बार पूछताछ की जा चुकी थी. वहीं हिरासत में लिये जाने के बाद शुक्रवार की पूरी रात नम्रता परमार से पुलिस द्वारा कडी पूछताछ की गई और शनिवार की दोपहर उसे स्थानीय अदालत में पेश करते हुए उसके पीसीआर की मांग की गई. नम्रता परमार को जिला व सत्र अदालत की कोर्ट क्रमांक 11 में न्या. एम. डी. बिरहारी के सामने पेश किया गया था. जहां पर अभियोजन पक्ष की ओर से एड. एस. एन. वानखडे की दलीलों को सुनने के बाद न्या. बिरहारी ने नम्रता परमार को आगामी 8 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी किया है. जिसके बाद राजापेठ थाना पुलिस नम्रता परमार को अपने साथ लेकर राजापेठ पुलिस स्टेशन रवाना हो गयी.