नानक रोटी ट्रस्ट को मिला प्रथम लोकगौरव पुरस्कार
स्व. सोमेश्वर पुसदकर की स्मृति में शुरू हुई पुरस्कार की परंपरा
अमरावती/प्रतिनिधि दि.2 – शिवसेना नेता, आजाद हिंद मंडल के सर्वेसर्वा तथा ख्यातनाम सामाजिक कार्यकर्ता स्व. सोमेश्वर पुसदकर की स्मृति में लोक फाउंडेशन द्वारा लोक गौरव पुरस्कार की परंपरा शुरू की गई है और स्व. सोमेश्वर पुसदकर के प्रथम स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में पहला लोकगौरव पुरस्कार गरीबों व जरूरतमंदों को भोजन सेवा प्रदान करनेवाले नानक रोटी को दिया गया है. इसके तहत नानक रोटी ट्रस्ट के पदाधिकारियों को लोक फाउंडेशन की ओर से 1 लाख रूपये नकद सहित सम्मानचिन्ह व प्रशस्तीपत्र देकर गौरवान्वित किया गया.
स्थानीय श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के ऑडिटोरियम में सोमवार 2 अगस्त को अपरान्ह 1 बजे आयोजीत कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व शिक्षक विधायक प्रा. बी. टी. देशमुख ने की. वहीं इस समय बतौर प्रमुख अतिथि राज्य की महिला व बालविकास मंत्री यशोमति ठाकुर, शालेय शिक्षा राज्यमंत्री बच्चु कडू, वनराई (नागपुर) के विश्वस्त गिरीश गांधी तथा हव्याप्रमं के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरूआत में सर्वप्रथम स्व. सोमेश्वर पुसदकर की प्रतीमा पर माल्यार्पण करने के साथ ही दीप प्रज्वलन किया गया और सभी उपस्थितों ने स्व. सोमेश्वर पुसदकर को भावभीनी श्रध्दांजलि अर्पित करने के साथ ही उनके जीवन से जुडे प्रसंगों को याद किया. जिसके पश्चात स्व. सोमेश्वर पुसदकर के सामाजिक कामों की विरासत को आगे बढाने हेतु प्रेरणा मिलने के लिए उनकी स्मृति में लोक गौरव पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गई तथा प्रथम लोकगौरव पुरस्कार से नानक रोटी ट्रस्ट को सम्मानित किया गया.
बता दें कि, नानक रोटी ट्रस्ट द्वारा रोजाना ही शहर के अलग-अलग इलाकों में भोजन रथ चलाया जाता है तथा गरीबों व जरूरतमंदों को नि:शुल्क भोजन की सुविधा उपलब्ध करायी जाती है. जिस समय अमरावती शहर में कोविड संक्रमण के चलते कडा लॉकडाउन लागू था और बडी संख्या में प्रवासी मजदूर अमरावती में फंसे हुए थे, साथ ही कई लोगों की रोजी-रोटी बंद हो गई थी. तब नानक रोटी ट्रस्ट द्वारा शहर में रोजाना हजारों नागरिकों के भोजन की व्यवस्था की गई. साथ ही विभिन्न अस्पतालों में भरती मरीजों व उनके परिजनों के लिए भी भोजन उपलब्ध कराया गया. नानक रोटी ट्रस्ट द्वारा सतत की जा रही समर्पित सेवा के लिए लोक फाउंडेशन द्वारा इस ट्रस्ट को पहला लोकगौरव पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया और ट्रस्ट के पदाधिकारियों को समारोहपूर्वक सम्मानित किया गया.