नांदगांव खंडे. ट्रॉमा को रेमडेसिविर मामले में मिली क्लिनचिट
पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रहा कोविड सेंटर
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1,200 मरीज हुए भरती, 1,198 मरीज हुए ठीक
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मरीजों के इलाज हेतु तमाम आवश्यक व्यवस्थाएं हैं उपलब्ध
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चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों ने पत्रवार्ता में दी जानकारी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.14 – इस समय अमरावती जिले में कई ग्रामीण अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अस्तित्व में हैं. जहां के वैद्यकीय अधीक्षक व अधिकारी सहित परिचारिका, कक्षसेवक, सफाई कर्मचारी व सुरक्षा रक्षकों के सहयोग से कोविड संक्रमित मरीजों को ठीक करने का कार्य किया जा रहा है. किंतु विगत दिनों अमरावती जिले में पुलिस एवं मीडिया की सतर्कता से उजागर हुए रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले के बाद इन सभी लोगों को संदेह की नजर से देखा जाने लगा. साथ ही जिले के सभी अस्पतालों की समिती द्वारा जांच की गई. जिसमें नांदगांव खंडेश्वर स्थित ग्रामीण अस्पताल में शुरू किये गये कोविड केयर सेंटर को क्लिनचिट दी गई है और नांदगांव खंडेश्वर के कोविड अस्पताल में किसी तरह की कोई गडबडी नहीं पायी गयी है. इस आशय की जानकारी तिवसा ग्रामीण अस्पताल के वैद्यकीय अधिकारी व स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा यहां बुलायी गयी पत्रकार परिषद में दी गई.
नांदगांव खंडेश्वर ट्रॉमा सेंटर के अधिकारियों व कर्मचारियों की ओर से बुलाई गई इस पत्रकार परिषद में डॉ. श्रीकांत ठोंबर व डॉ. नम्रता सिंह ने बताया कि, नांदगांव खंडेश्वर के ग्रामीण अस्पताल में विगत दो वर्षों से विभिन्न तरह की स्वास्थ्य व चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी है और यहां पर सिझेरियन के जरिये प्रसूति की भी व्यवस्था है. कोविड संक्रमण काल के दौरान यहां पर शुरू किये गये कोविड अस्पताल में 71 बेड की व्यवस्था है. जिसमें 10 बेड के आयसीयू व 34 ऑक्सिजन बेड का समावेश है. इस अस्पताल में अब तक 1 हजार 200 से अधिक कोविड संक्रमित मरीज इलाज हेतु भरती हुए. जिसमें से 1 हजार 198 मरीजों ने बेहद सफलतापूर्वक कोविड संक्रमण को हराया. यहीं वजह रही कि, कई बडे शहरों के कोविड संक्रमित मरीजों ने भी इस अस्पताल में भरती होकर इलाज करवाना पसंद किया. किंतु विगत कुछ दिनों से इस अस्पताल को लेकर कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया के जरिये भ्रामक खबरें फैलाई जा रही है और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के साथ इस अस्पताल के नाम को भी जोडा जा रहा है, जबकि जिलाधीश द्वारा गठित समिती की ओर से की गई जांच में इस अस्पताल को क्लिनचिट दी जा चुकी है और यहां पर अब तक कोई भी गडबडी नहीं पायी गयी है.
इस पत्रकार परिषद में वैद्यकीय अधिकारी डॉ. श्रीकांत ठोंबरे व डॉ. नम्रता सिंह, डाटा एंट्री ऑपरेटर भूषण भोयर, सहायक सौरभ सोनोने आदि सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.