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किसानों के लिए वरदान साबित होगी राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी

कृषिरत्न डॉ. पंजाबराव देशमुख की 125 वीं जयंती निमित्त आयोजन

* 27 से 30 दिसं. तक प्रदर्शनी के साथ ही कृषि चर्चासत्र व परिसंवाद भी
* पत्रवार्ता में दी गई आयोजन की विस्तृत जानकारी
अमरावती/दि.22- स्थानीय श्री शिवाजी शिक्षा संस्था द्वारा संचालित श्री शिवाजी कृषि महाविद्यालय, कृषि विभाग व कृषि तंत्रज्ञान व्यवस्थापन विभाग एवं जैन इरिकेशन सिस्टीम द्वारा आगामी 27 से 30 दिसंबर तक कृषिरत्न डॉ. पंजाबराव उर्फ भाउसाहब देशमुख की 125 वीं जयंती के निमित्त राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. जिसके तहत विदर्भ में पहली बार लाइव खेत प्लॉट की प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा. साथ ही किसानों के लिए कृषि चर्चासत्र व परिसंवाद जैसे वैचारिक कार्यक्रमों का आयोजन करने के साथ ही ‘चला हवा येउ द्या’ व ‘पुन्हा मिरासदारी’ जैसे मनोरंजनात्मक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे. इस आशय की जानकारी शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख द्वारा यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में दी गई.
इस पत्रवार्ता में बताया गया कि, शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख की अध्यक्षता में आयोजित इस प्रदर्शनी का उद्घाटन राज्य के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे के हाथों होगा तथा इस समय मुख्य अतिथि के तौर पर भारतीय कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल (दिल्ली) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सी. डी. मायी, राज्य दिव्यांग कल्याण मंत्रालय के अध्यक्ष ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू, अमरावती की सांसद नवनीत राणा, वर्धा के सांसद रामदास तडस, राज्यसभा सदस्य डॉ. अनिल बोंडे, विधायक एड. यशोमति ठाकुर, रवि राणा, सुलभा खोडके, राजकुमार पटेल, बलवंत वानखडे व देवेंद्र भुयार, विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटिल, किरण सरनाईक व धीरज लिंगाडे, जिलाधीश व आत्मा के अध्यक्ष सौरभ कटियार, जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा, जैन ईरिगेशन के अध्यक्ष अशोक जैन, विभागीय कृषि सहसंचालक किसन मुले, कृषि प्रदर्शनी आयोजन समिति के अध्यक्ष दिलीप इंगोले एवं शिवाजी शिक्षा संस्था के उपाध्यक्ष व कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहेंगे.
इस पत्रवार्ता में बताया गया कि, देश के प्रथम कृषि मंत्री डॉ. पंजाबराव देशमुख ने सन 1959-60 में पहले वैश्विक कृषि प्रदर्शनी का आयोजन दिल्ली में किया था. जिनसे प्रेरणा लेकर डॉ. पंजाबराव देशमुख की 125 वीं जयंती का औचित्य साधते हुए श्री शिवाजी कृषि महाविद्यालय के भव्य प्र-क्षेत्र में 27 से 30 दिसंबर तक 4 दिवसीय कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. करीब 70 एकड के परिसर में आयोजित होने जा रही इस प्रदर्शनी में किसानों को आधुनिक तरीके से खेती-किसानी करते हुए अपनी आय बढाने के संदर्भ में ख्यातनाम कृषि वैज्ञानिकों, प्रयोगशील किसानों व कृषि व्यवसायियों द्वारा मार्गदर्शन किया जाएगा. साथ ही यहां पर खाद, बीज व अत्याधुनिक कृषि साहित्य एवं उपकरणों के स्टॉल भी लगाये जाएंगे. ऐसे में अमरावती में पहली बार आयोजित होने जा रही राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी अमरावती सहित विदर्भ क्षेत्र के किसानों हेतु एक शानदार अवसर साबित हो सकेगी.
इस पत्रवार्ता में श्री शिवाजी संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख, कोषाध्यक्ष व कृषि प्रदर्शन आयोजन समिति के अध्यक्ष दिलीप इंगोल, उपाध्यक्ष एड. गजानन पुंडकर व एड. जयवंतराव पाटिल, सदस्य हेमंत कालमेघ, सुभाष बनसोड व संस्था सचिव वी. जी. ठाकरे उपस्थित थे.

* 28 व 29 को होंगे मनोरंजनात्मक कार्यक्रम
इसके साथ ही इस पत्रवार्ता में यह भी बताया गया कि, प्रदर्शनी में शामिल किसानों की मनोरंजन हेतु 28 दिसंबर की शाम 7 बजे श्री शिवाजी शारिरीक शिक्षा महाविद्यालय में ‘चला हवा येउ द्या’ नामक जबर्दस्त हास्य विनोदवाला कार्यक्रम प्रस्तूत किया जाएगा. जिसमें ख्यातनाम मराठी कलाकार भारत गणेशपुरे, कुशल बद्रीके, सागर करंडे, योगेश सिरसाठ, रोहित चव्हाण, स्नेहल शिदम, हेमांगी कवि व अंकुर वाढवे द्वारा अपनी कला प्रस्तूति की जाएगी. इसके अलावा शुक्रवार 29 दिसंबर को शाम 7 बजे पीडीएमसी परिसर स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज सभागृह में प्रख्यात मराठी लेखक द. मा. मिरासदार के कथा कथन पर आयोजित ‘पुन्हा मिरासदारी’ नामक कार्यकम सिद्धार्थ झाडबुके, सक्षम कुलकर्णी, सुश्रुत मंकनी व सुश्रुत पित्रे द्वारा पेश किया जाएगा. इसके अलावा भी इस 4 दिवसीय आयोजन में एक से बढकर एक मनोरंजनात्मक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तूति दी जाएगी.

* विदर्भस्तरीय सम्मान समारोह भी होगा आयोजित
इस चार दिवसीय आयोजन में प्रयोगधर्मी रहने वाले तथा विभिन्न स्तर पर अपनी उपलब्धियों के जरिए पुरस्कार व सम्मान प्राप्त करने वाले महिला व पुरुष किसानों का सम्मान व सत्कार किया जाएगा. जिसके तहत इस समय आयोजित विदर्भस्तरीय किसान सम्मान समारोह में धारणी की गंगाबाई जावरकर, चिंधचक (चंद्रपुर) की वर्षा लांजेवार, दानापुर (तह. तेलारा, जि. अकोला) के गोपाल किसन येउल, दरोडा (तह. हिंगणघाट, जि. वर्धा) के दिलीप नानाजी पोहने, वलती (तह. चिखली, जि. बुलढाणा) के मोहन तेजराव जगताप, इंझोरी (वाशिम) की पूजा अशोक ढोक, ब्राह्मणवाडा (तह. नेर, जि. यवतमाल) के सुनिल विठ्ठलराव धावडे, काटोल (नागपुर) के मनोज जवंजाल व लाखनी (भंडारा) के ज्ञानेश्वर नाना बुरडे का समारोहपूर्वक सत्कार किया जाएगा.

* 125 रुपए का सिक्का भी होगा जारी
विशेष उल्लेखनीय है कि, कृषिरत्न व शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख की 125 वीं जयंती के उपलक्ष्य में भारत सरकार द्वारा 125 रुपए मूल्य वाला चांदी का सिक्का जारी किया जाएगा. 35 ग्राम वजनी इस सिक्के में 50 फीसद चांदी, 40 फीसद तांबा, 5 प्रतिशत निकील व 5 फीसद जस्ता का प्रमाण होगा. 44 मिमी वृत्ताकाल वाले इस सिक्के के मुखभाग पर मध्य में अशोकस्तंभ का सिंहस्तंभ शीर्ष होगा. जिसके नीचे ‘सत्यमेव जयते’ का लेख उत्कीर्णित होगा. जिसके बायी परिधी पर देवनागरी लीपी में भारत और दायी परिधी पर अंग्रेजी में इंडिया शब्द लिखा होगा. साथ ही सिंहस्तंभ शीर्ष के नीचे रुपए का प्रतिक एवं अंतरराष्ट्रीय अंकों में अंकित मूल्य 125 भी होगा.
वहीं सिक्के के पृष्ठभाग पर मध्य में डॉ. पंजाबराव उर्फ भाउसाहब देशमुख का चित्र रहेगा. सिक्के की उपरी परिधी पर देवनागरी लीपी में ‘डॉ. पंजाबराव उर्फ भाउसाहब देशमुख’ व ‘125 वीं जयंती’ लिखा होगा. वहीं सिक्के की निचली परिधी पर यहीं दोनों शब्द अंग्रेजी भाषा में लिखे रहेंगे. साथ ही अंतरराष्ट्रीय अंकों में वर्ष 1898 तथा वर्ष 2023 क्रमश: डॉ. पंजाबराव देशमुख के चित्र के बाये और दाये ओर अंकित रहेंगे.

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