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नवनीत राणा के जात प्रमाणपत्र का मामला

सुको में रोज अंतिम सुनवाई जारी

* कल हुई, आज भी जारी, कल भी रहेगी
* इसी सप्ताह आ सकता है फैसला, दोनों पक्ष फेवर में फैसला आने आश्वस्त
दिल्ली/ दि. 21 – जिले की सांसद नवनीत कौर राणा के फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामले में सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को भी सुनवाई जारी रही. यह भी संकेत मिले कि कल गुरूवार को भी सुनवाई जारी रहेगी. यह अंतिम सुनवाई मानी जा रही है. सुको के कोर्ट नं. 9 के जस्टिस जे.के. माहेश्वरी और जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ के सामने आज फिर दोनों तरफ के वकीलों के बीच जिरह हुई. माना जा रहा है कि संसद का कार्यकाल पूर्ण हो रहा है. ऐसे में सर्वोच्च न्यायालय इसी सप्ताह इस मामले में फैसला सुना सकता है. दोनों ही पक्ष का दावा है कि फैसला उनके फेवर में आनेवाला है. कल गुरूवार को सुबह 10.30 बजे से सुनवाई पुन: आगे बढेगी. खंडपीठ ने आज दोपहर इस प्रकार के निर्देश दोनों पक्षों को दिए हैं.
उल्लेखनीय है कि सांसद राणा के जाति प्रमाणपत्र को बंबई उच्च न्यायालय ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बना हुआ बताते हुए खारिज कर दिया था. लगभग दो साल पहले हाईकोर्ट के उक्त फैसले को सांसद राणा ने सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी. राणा को राहत देते हुए कोर्ट ने उच्च न्यायालय के निर्णय पर रोक लगा दी थी. जो अब तक कायम है. हाईकोर्ट ने 8 जून 2021 को जाति प्रमाणपत्र रद्द कर सांसद राणा पर 2 लाख रूपए का जुर्माना भी किया था. नवनीत राणा ने 2019 में राकांपा समर्थित प्रत्याशी के रूप में अमरावती से खुद को मोची जाति की बताकर लोकसभा चुनाव लडा था.
राणा के प्रतिस्पर्धी पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल ने सांसद राणा के जाति प्रमाणपत्र को फर्जी बताकर कोर्ट में ललकारा है. आज भी अडसूल की तरफ से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल , शादान फरासत, सचिन थोरात, पाटिल पेश हुए. पूर्व सांसद अडसूल भी सुनवाई दौरान कोर्ट में हाजिर रहने की जानकारी उनके पुत्र कैप्टन अभिजीत अडसूल ने अमरावती मंडल को दी.
उसी प्रकार सांसद राणा की तरफ से वरिष्ठ वकील धु्रव मेहता ने पैरवी की. बताया गया कि एड. मेहता ने अपनी दलीले पूर्ण कर ली. अब अडसूल की तरफ से एड. सिब्बल और एड. थोरात पक्ष रख रहे हैं. कल सुनवाई पूरी होकर कोर्ट अपना निर्णय सुना सकता है. कोर्ट ने पूर्व सांसद अडसूल के तर्क को मान्य किया कि संसद का कार्यकाल पूर्ण हो रहा है. नवनीत राणा सांसद के रूप में सभी सुख सुविधाओं का लाभ उठा चुकी है. ऐसे में शीघ्र फाइनल सुनवाई और निर्णय होना चाहिए.

* राणा के वकील को फटकार !
सूत्रों की माने तो खंडपीठ ने सांसद राणा के वकील धु्रव मेहता को इस बात के लिए फटकारा कि वे एक ही विषय बारंबार दोहरा रहे थे. खंडपीठ ने उन्हें राणा के जाति प्रमाणपत्र के विषय में बोलने के निर्देश देने की जानकारी है. सांसद राणा आज भी सुनवाई दौरान अनुपस्थित रही. बता दे कि सुप्रीम कोर्ट में ढाई वर्ष से मामला चल रहा है.

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