‘लॉकडाउन’ के नये नियमों से एसटी महामंडल संभ्रम में
जिला बंदी तो की लेकिन क्वारेंटाइन के सिक्के कौन लगाएगा
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यात्री मिलने पर केवल जिला अंतर्गत बस सेवा शुरु रहेगी
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बाहरी जिले में बस छोडने पर फिलहाल निर्णय नहीं
अमरावती/प्रतिनिधि दि. 22 – कोरोना के बढते संक्रमण के चलते राज्य सरकार ने 14 अप्रैल की रात 8 बजे से जारी कडे निर्बंध में बदलाव करते हुए अब 1 मई तक राज्य में कडे ‘लॉकडाउन’ की घोषणा कर दी है. साथ ही लॉकडाउन के नियमों में परिवर्तन करते हुए अब जिला बंदी की घोषणा भी की है. साथ ही इससे पहले सरकार ने कहा था कि एसटी बस सेवा केवल अत्यावश्यक सेवा में शामिल लोगों के लिए ही होगी, लेकिन अब कहा गया है कि एसटी बस सेवा शुरु रहेगी, लेकिन वह 50 प्रतिशत यात्री संख्या में वहीं सरकार ने नए नियमों में यह भी कहा कि एक जिले से दूसरे जिले में जाने वाले व्यक्ति को 14 दिन क्वारेंटाइन रखा जाएगा. इस कारण लॉकडाउन को लेकर जारी किये गए नये नियमों के चलते एसटी महामंडल के कर्मचारियों में संभ्रम की स्थिति निर्माण हुई है.
अब राज्य सरकार ने एसटी बस सेवा को शुरु रखने की अनुमति दी. साथ ही जिला बंदी भी की. इस कारण अमरावती से अकोला, अमरावती से नागपुर अथवा अमरावती से अन्य जिले में जाने वाले यात्रियों की सूची कौन बनाएगा, उनके हाथों पर क्वारेंटाइन का सिक्का कौन लगाएगा, इस संभ्रम में फिलहाल एसटी महामंडल के अधिकारी है. इस कारण उन्होंने फिलहाल बाहरी जिले में बसेस न छोडने का निर्णय लिया है. अमरावती डिपो व्यवस्थापक उमेश इंगले ने ‘दैनिक अमरावती मंडल’ को बताया कि लॉकडाउन के नये दिशा निर्देशों में जिला अंतर्गत गठीत 7 सदस्यीय समिति को एसटी बसेस में सफर करने वाले यात्रियों की जांच करने के निर्देश दिये है, लेकिन इन एसटी बसोें की कहा जांच होगी यह स्पष्ट नहीं है. वहीं अभी तक जिला बंदी के बाद जिले से बाहर जाने वाले यात्रियों को लेकर किसी प्रकार के कोई गाईडलाइन नहीं दी गई है. इस कारण फिलहाल जिले के बाहर बसेस छोडना बंद कर दिया गया है, लेकिन जिला अंतर्गत बस सेवा मात्र शुरु की गई है. डिपो मैनेजर इंगले के अनुसार जिस मार्ग के 20 यात्री मिलेंगे, उस मार्ग पर फिलहाल एसटी बसेस छोडी जा रही है, लेकिन जिले से बाहर बस सेवा फिलहाल पूरी तरह से बंद रखी गई है.