* दोनों ने विधायक रवि राणा से की भेंट
* राजी-नाराजी दूर कर हुआ ‘मनोमिलन’
अमरावती/दि.28- कुछ दिन पहले पूर्व पार्षद सुमति ढोके ने युवा स्वाभिमान पार्टी के महिला शहराध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा सोशल मीडिया साईट फेसबुक पर की थी. वही गत रोज पार्टी के शहराध्यक्ष संजय हिंगासपुरे द्वारा भी अपना पद छोडने से संबंधित फैसला ले लिये जाने की खबर सोशल मीडिया साईट वाटसएप के जरिये सामने आयी. विशेष उल्लेखनीय यह रहा कि, दोनों ने ही इन खबरों से इन्कार नहीं किया था. लेकिन आज दोपहर बाद अचानक ही मामले में एक नया ट्विस्ट आया, जब संजय हिंगासपुरे और पूर्व पार्षद सुमति ढोके विधायक रवि राणा के बुलावे पर युवा स्वाभिमान पार्टी के कार्यालय पहुंचे. जहां पर दोनों ने विधायक राणा से मुलाकात करते हुए कहा कि, उनके नाम पर वॉटसएप व फेसबुक जैसे सोशल मीडिया साईटस् पर गलत एवं भ्रामक खबरें प्रकाशित की गई, जो पूरी तरह तथ्यहीन है और वे अब भी पार्टी में अपने पद पर कायम है तथा पार्टी नेतृत्व के आदेश का पालन करने हेतु तत्पर है.
युवा स्वाभिमान पार्टी के भीतर विगत कुछ दिनों से मची उथल-पुथल और अब पार्टी में अचानक आये इस ट्विस्ट को देखकर हर कोई भौचक है, क्योंकि कुछ दिन पहले जब फेसबुक पर पूर्व पार्षद सुमति ढोके द्वारा इस्तीफा दिये जाने की घोषणा की गई थी, तब सुमति ढोके ने स्थानीय मीडिया को दी अपनी प्रतिक्रिया में साफ तौर पर कहा था कि, वे अपनी पारिवारिक व्यस्तताओं की वजह से पार्टी की जिम्मेदारियों को उठाने में असक्षम है. चूंकि विधायक रवि राणा उनका प्रत्यक्ष इस्तीफा स्वीकार नहीं करते. ऐसे में उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये अपने इस्तीफे की घोषणा की. वहीं गत रोज युवा स्वाभिमान पार्टी के शहराध्यक्ष संजय हिंगासपुरे द्वारा भी पद छोडने के संदर्भ में मन बना लिये जाने की खबर वॉटसएप के जरिये फैली और आज सुबह जानकारी और प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर संजय हिंगासपुरे ने खुद स्वीकार किया कि, वे पार्टी के कुछ अंदरूनी मामलों की वजह से आहत और नाराज है. जिसके चलते वे पार्टी का शहराध्यक्ष पद छोडना चाहते है और इसे लेकर जल्द ही कोई निर्णय लेंगे. लेकिन कमाल और हैरतवाली बात यह है कि, इसके कुछ ही घंटे के बाद संजय हिंगासपुरे अपने नेता व विधायक रवि राणा के सामने उपस्थित होकर कह रहे है कि, सोशल मीडिया पर उनके इस्तीफे को लेकर गलत खबर चल रही है. लगभग यहीं भूमिका पूर्व पार्षद सुमति ढोके की भी रही. ऐसे में युवा स्वाभिमान पार्टी के इन दोनों पदाधिकारियों द्वारा मारे गये इस ‘यू-टर्न’ की वजह से हर कोई भौचक है.